भरतपुर। कलेक्ट्रेट के सामने सोमवार को अवार और सागर गांव के लोगों ने प्रदर्शन किया। ग्रामीणों की मांग थी कि अवार सोगर पंचायत को भरतपुर जिले में शामिल किया जाए। नए जिले बनने के बाद उनकी पंचायत को डीग जिले में शामिल कर दिया गया था। उनके गांव से डीग की दूरी करीब 50 किलोमीटर है और भरतपुर की दूरी महज 5 किलोमीटर है। लोगों को अपने काम करवाने के लिए डीग जाना पड़ता है। जिससे उन्हें काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं।
अवार गांव वे रहने वाले युवक राहुल ने बताया कि कांग्रेस सरकार में जब नए जिलों की घोषणा की गई थी तब भरतपुर से डीग को अलग कर नया जिला बनाया गया था। डीग जिला बनने से पहले उनकी पंचायत कुम्हेर तहसील में आती थी लेकिन, अब उनकी पंचायत को रारह में शामिल कर दिया गया है। गांव के लोगों को अपने काम करवाने के लिए 50 किलोमीटर का सफर तय कर डीग जाना पड़ता है। जब उनकी पंचायत भरतपुर में थी तो भरतपुर आने के लिए उन्हें महज 5 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता था।
इसलिए ग्रामीण काफी लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि अवार और सोगर पंचायत को डीग जिले से हटाकर भरतपुर में शामिल किया जाए। जिसको लेकर करीब 50 लोग कलेक्ट्रेट पर पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों ने मांग रखी कि उन्हें किसी भी हालत में भरतपुर में शामिल किया जाए नहीं तो, ग्रामीण बड़ा आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।