सिरोही। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने शुक्रवार को राजस्थान के गोयली गांव में श्रीखेतलाजी मंदिर में एक नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया। राहुल शर्मा के नेतृत्व में आयोजित इस शिविर में कुल 210 रोगियों का पंजीकरण कर उनकी आंखों की जांच की गई।
शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित समाजसेवी नाथूसिंह सोलंकी ने एसबीआई की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि बैंक केवल वित्तीय संस्था ही नहीं, बल्कि समाज सेवा में भी अग्रणी है। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत गोयली क्षेत्र में विभिन्न प्रकल्पों के माध्यम से आमजन की सेवा की जा रही है।
कार्यक्रम में उपस्थित छोगाराम मेघवाल ने कहा कि ऐसे सामाजिक कार्यक्रम गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। उन्होंने एसबीआई द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की प्रशंसा करते हुए इस तरह के और अधिक कार्यक्रमों के आयोजन की मांग की।
शिविर का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को नि:शुल्क नेत्र जांच की सुविधा उपलब्ध कराना और आंखों से संबंधित बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाना था। एसबीआई की यह पहल समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।
ग्राम पंचायत गोयली सरपंच राजु कुंवर ने आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा की भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा यह निशुल्क नेत्र जांच चिकित्सा का शिविर आयोजित किया गया, जिसमें जिन रोगियों के मोतियाबिंद पाया जाएगा उनका निशुल्क ऑपरेशन तारा संस्थान उदयपुर चिकित्सालय में किया जाएगा। इसमें रोगियों के रहने, उपचार, दवाई, भोजन आदि की निशुल्क व्यवस्था तारा संस्थान उदयपुर द्वारा की जाएगी।
ओपटोमैट्रिस्ट निर्मला ढांकर ने बताया कि आज आयोजित शिविर में 210 रोगियों को पंजीकृत कर जांच की गई इनमें से 26 रोगियों को मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु उदयपुर स्थित अस्पताल परिसर में ले जाया गया जिनके ऑपरेशन अस्पताल में किए जाएंगे।
नेत्र चिकित्सा एवं जांच शिविर में तारा संस्थान चिकित्सालय की वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ निर्मला, सहायक पंकज मीना एवं उनकी टीम द्वारा रोगियों की जांच की गई। इस मौके पर भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व शाखा प्रबंधक जैसाराम चौहान, ग्रामीण अमराराम माली, पुनाराम मेघवाल, वागाराम वागरी, डायालाल माली, प्रवीण वैष्णव, प्रकाश मेघवाल के साथ कई ग्रामवासी मौजूद रहे।