चित्तौड़गढ़। GRP थाना पुलिस ने 5 सालों से फरार एक आरोपी को मध्य प्रदेश के भोपाल शहर से डिटेन किया, जिसे चित्तौड़गढ़ लाने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। फरार साल 2016 में एनडीपीएस के मामले में पकड़ा गया था, लेकिन 5 साल पहले जमानत पर छूटने के बाद दुबारा कोर्ट के पेशी में नहीं आया। इसके बाद कोर्ट ने आरोपी के नाम पर गिरफ्तारी वारंट निकला था।
साल 2016 में एनडीपीएस के मामले में पकड़ा गया था
रेलवे पुलिस जयपुर के महानिदेशक के आदेश पर वांछित अपराधियों की धड़पकड़ का अभियान चलाया जा रहा हैं। इसके तहत 5 सालों से फरार एक आरोपी ग्वालियर, एमपी निवासी हरीश पुत्र शिव कुमार सोनी को भोपाल शहर से डिटेन कर चित्तौड़गढ़ लाया गया, जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। थाना अधिकारी अनिल देवल ने बताया कि इस आरोपी के खिलाफ साल 2016 में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। जीआरपी पुलिस ने ही इसको पकड़ा था। लेकिन 5 साल पहले जब उसे जमानत मिली तो फिर से वह दुबारा कोर्ट में पेशी पर नहीं आया। कोर्ट में आरोपी हरीश सोनी के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट निकला था।
भोपाल में किराए के मकान में रह रहा था आरोपी
थाना अधिकारी देवल ने बताया कि आरोपी की तब से तलाश की जा रही थी, लेकिन आरोपी अपने घर से दूर भोपाल शहर में एक किराए के मकान में रह रहा था और वहीं पर काम कर रहा था। हालांकि आरोपी किसी एक जगह पर नहीं रह रहा था। अलग-अलग जगहों पर रहकर किराए पर मकान लेता था। जीआरपी थाना पुलिस को जब इसकी जानकारी मिली तो एक टीम बनाई गई और उसे भोपाल भेजा गया।
नंबर मिला तो लोकेशन ट्रेस कर पहुंचे आरोपी तक
टीम में भोपाल में ही कैंप में रहते हुए आरोपी के फोटो के आधार पर तलाश शुरू की। अलग-अलग मैरिज गार्डन में जाकर फोटो दिखाकर उसकी जानकारी जुटाई। इस दौरान आरोपी हरीश सोनी का नंबर मिल गया। नंबर के हिसाब से अजमेर जीआरपी थाना से उसका लोकेशन ट्रेस करवाया गया। इसके बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर उसको डिटेन कर लिया। आरोपी हरीश सोनी भोपाल में अलग-अलग शादी समारोह में जाकर खाना बनाने का काम करता था। इस कार्रवाई में एएसआई गिरधारी सिंह, ASI तकनीकी सहायक सुभाष कुमार, हेड कांस्टेबल सांवर सिंह, कांस्टेबल भोजराज, सुधीर कुमार शामिल थे।