अलवर। रामगढ़ थाना क्षेत्र के कोटा दोहली गांव के युवक को पकड़कर ले जाती पुलिस का वीडियो सामने आया है। युवक शाकिर ने पुलिस पर सिर के बाल उखाड़ने और पट्टों से मारपीट करने का आरोप लगाया है। जबकि SHO का कहना है कि स्थाई वारंटी होने के कारण पुलिस लेने गई थी। किसी तरह की मारपीट नहीं की। यह घटना बुधवार सुबह की है।
घायल युवक शाकिर ने बताया कि 26 मार्च को वह घर था। अचानक पुलिस घर पहुंची और उसे ले जाने लगी। लेकिन परिवार के बच्चे व महिलाओं ने पुलिस से पूछना चाहा। लेकिन पुलिस बिना कोई जवाब दिए खींचकर ले जाने लगी। तब पत्नी व बच्चों ने रोकने का प्रयास किया तो पुलिस ने उनके साथ मारपीट की। आगे थाने ले जाकर पट्टों से पीटा। उसके सिर के बाल तक उखाड़े गए। जीप में भी खूब मारपीट की। थाने में उल्टा लटका कर मारपीट की है। रामगढ़ से पहले पुलिसकर्मी के पास फोन आया था। उसके बाद मारपीट तेज कर दी। यह भी कहा कि इसे छत्तीसगढ़ पुलिस के पास भेज देंगे। कुल चार पुलिसवालों ने मारपीट की है। थाने में पैर ऊपर कर लाठी व पट्टों से मारपीट की है। जबकि मुझ पर कोई केस नहीं है।
पूर्व मंत्री नसरू खां ने कहा कि ऐसा तो कभी नहीं देखा कि बिना किसी अपराधिक रिकॉर्ड पुलिस जबर्दस्ती लेकर जाए। बिना महिला पुलिस के घर पहुंचे। ऐसा पहले हमने कभी नहीं देखा। इस मामले में एसपी से बात करेंगे। इस मामले में थाना प्रभारी विजेंद्र सिंह का कहना है कि यह स्थाई वारंटी है। जिसके पुलिस लेकर आई थी। पुलिस ने कोई मारपीट नहीं की है।