भीलवाड़ा। आध्यात्मिक गुरु पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- हमारे मंच पर नेता, अभिनेता सब आ जाते हैं, लेकिन पीछे बैठे लोग केवल ताली ही बजाते रह जाते हैं। कथा में मंच पर वे लोग आते हैं जिन्हें कथा से कोई मतलब नहीं होता है। लेकिन कथा से क्या मतलब निकलेगा ये सोच ज़रूर होती है। इसी का अर्थ प्रसिद्धि पाना है, लेकिन लोग तुम्हें जाने या ना जानें, हनुमान जी ने तुम्हें जान लिया तो किसी प्रसिद्धि की जरूरत नहीं है, उनसे ही तुम्हारा कल्याण हो जाएगा। तुम तो कथा में बैठे हो लेकिन कथा का तुम्हारे भीतर बैठना जरूरी है। दरअसल, पंडित धीरेंद्र शास्त्री बुधवार को हनुमंत कथा में आए श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा- प्रसिद्धि मिलेगी सिद्धि से, सिद्धि मिलेगी हनुमान जी की कृपा से और हनुमान जी की कृपा कथा में मिलेंगी, इसलिए कथा में आइये। कथा स्थल पर पहुंचने से पूर्व पंडित धीरेंद्र शास्त्री चार्टर प्लेन से हमीरगढ़ एयर स्ट्रीप पहुंचे, जहां हनुमान टेकरी के महंत काठिया बाबा द्वारा अगवानी की गई। शास्त्री ने बाबा के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। इस दौरान एयर स्ट्रिप पर बड़ी संख्या में स्वागत समिति के पदाधिकारी व अन्य लोग मौजूद रहे। जिन्होंने पंडित शास्त्री का पुष्पमाला और जयकारों के साथ स्वागत किया। तय समय 10 बजे उनका चार्टर्ड प्लेन हमीरगढ़ एयर स्ट्रिप पर लैंड हुआ। उनके प्लेन के लैंड होते ही एयर स्ट्रिप बागेश्वर धाम सरकार के जयकारों से गूंजा। बड़ी संख्या में मौजूद स्वागत समिति के पदाधिकारियों द्वारा महाराज की अगवानी की गई। हनुमान टेकरी के महंत बनवारी शरण काठिया बाबा द्वारा भीलवाड़ा पहुंचने पर बागेश्वर धाम सरकार का आत्मीय अंदाज से स्वागत अभिनंदन किया गया। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बाबा के पैर छू कर बाबा का आशीर्वाद लिया। भीलवाड़ा आने के बाद हनुमान जी महाराज और बागेश्वर धाम सरकार के जयकारे लगे। एयर स्ट्रिप पर शास्त्री की सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए। कड़ी सुरक्षा के बीच वे विश्राम स्थल हरनी महादेव रोड स्थित रामेश्वरम धाम यहां के लिए कार से रवाना हुए। धाम में भी सिक्योरिटी के कड़े अरेंजमेंट किए गए हैं। वीआईपी और आयोजन समिति के पदाधिकारियों को भी सिक्योरिटी चेकिंग के बाद महाराज से मिलने का मौका मिल पा रहा है। आयोजकों के अनुसार कथा स्थल पर शाम 5 बजे तक हनुमंत कथा का आयोजन होगा।
10 हजार भक्तों के ठहरने-भोजन की व्यवस्था
हनुमान टेकरी मंदिर महंत बनवारी शरण ने बताया- हम रोजाना 10 हजार भक्तों के लिए भोजन और ठहरने की व्यवस्था कर रहे हैं। हनुमान टेकरी मंदिर में भोजन बनेगा। श्रद्धालु पंडाल में ही रात्रि विश्राम कर सकेंगे। वहीं पेयजल की व्यवस्था होगी। भोजन के लिए उन्हें हनुमान टेकरी मंदिर आश्रम (कथा स्थल से 500 मीटर दूर) आना होगा। भोजन के लिए टोकन व्यवस्था नहीं है। स्नान आदि की व्यवस्था भी मंदिर के पास ही होगी। इस आयोजन में राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र से भक्तों के बड़ी संख्या में पहुंचने की उम्मीद है।
1000 पुलिसकर्मी तैनात, ड्रोन से होगी निगरानी
जिला कलेक्टर नामित मेहता ने बताया- आयोजन बड़ा है, काफी भीड़ होने की संभाना है। ऐसे में प्रशासनिक व्यवस्था भी रहेगी। टीमें लगातार मॉनिटरिंग करेंगी। एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया- आयोजन को लेकर कानून व्यवस्था सख्त रहेगी। कथा-स्थल और महत्वपूर्ण पॉइंट पर 1000 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। आईपीएस से लेकर एएसआई स्तर तक के 50 से ज्यादा अधिकारी और 950 पुलिसकर्मी आयोजन स्थल और इसके आसपास एरिया में तैनात रहेंगे। उदयपुर रेंज और आसपास के जिलों से करीब 400 पुलिसकर्मी बुलाए गए हैं। पुलिस लगातार गश्त करेगी। ड्रोन और सीसीटीवी से पूरे क्षेत्र पर नजर रखी जाएगी। फायर ब्रिगेड व एंबुलेंस की व्यवस्था कथा-स्थल पर ही रहेगी। यहां किसी तरह की भगदड़ या अप्रिय घटना की गुंजाइश नहीं है। चारों तरफ से खुला एरिया है और आने-जाने के लिए 6 एंट्री पॉइंट हैं।