जैसलमेर। जिले की रासला पंचायत के राजस्व ग्राम सांवता के हड़वंत सिंह की ढाणी में पीने के पानी को लोग तरस रहे हैं। हालांकि जलदाय विभाग ने इस जगह एक पानी की जीएलआर बनाई थी, मगर 11 साल पहले केवल जीएलआर बनाकर जलदाय विभाग ने इतिश्री कर ली। उसमें पानी के लिए पाइप लाइन लगाना विभाग भूल गया। ग्रामीण सुमेर सिंह ने बताया कि ढाणी वासियों ने कई बार संबंधित विभाग के उच्चाधिकारियों को भी अवगत करवाया लेकिन उनकी ओर से इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लोग और पशु पानी के लिए तरस रहे हैं। सुमेर सिंह ने बताया कि हड़वंत सिंह की ढाणी में 100 से भी ज्यादा लोग निवास करते हैं। सभी के पास एक हजार से भी ज्यादा पशु धन है। महंगे दामों में पानी के टैंकर मंगवाकर प्यास बुझा रहे हैं।
महंगे दामों में मंगवा रहे पानी के टैंकर
सुमेर सिंह ने बताया कि जीएलआर बनने के बाद आज तक इनको पाइपलाइन से नहीं जोड़ा गया है। जिसकी वजह से हम ज्यादा दाम देकर पानी के टैंकर मंगवाते हैं। महज एक टैंकर की कीमत 1200 रुपए है। एक पानी का टैंकर हमारे चार दिन भी नहीं होता है। हम हमारी प्यास बुझाते हैं और पशुओं की भी प्यास बुझाते हैं। उन्होंने बताया कि हमारी ढाणी के पास अन्य कोई जल का स्त्रोत न होने के कारण हम अपने मवेशी को पानी घर पर ही पिलाते हैं जिससे पानी जल्दी खत्म हो जाता है। सुमेर सिंह ने संबधित विभाग से निवेदन किया है कि हमारी ढाणी की जीएलआर को पाइप लाइन से जोड़ें।
क्या होती है जीएलआर
जीएलआर (जमीनी स्तर का जलाशय) एक तरह से पानी का टैंक है जो जमीन पर बना होता है जिसमें पानी स्टोर करते हैं। उसमें पानी की पाइप लाइन के द्वारा पानी स्टोर किया जाता है।