जैसलमेर। जिले में इस पर्यटन सीजन के समाप्त होने से पहले पहले ही जैसलमेर लपका मुक्त हो जाएगा। ये कहना जोधपुर पुलिस रेंज आईजी विकास कुमार का। अपनी जैसलमेर यात्रा के दौरान आईजी विकास कुमार ने बताया- सैलानियों को परेशान करने वाले लपकों से जैसलमेर को मुक्त करने का कार्यक्रम जारी है और बहुत जल्द हम जैसलमेर को लपकों से मुक्त करेंगे।
आईजी विकास कुमार ने बताया- जैसलमेर में पर्यटन के लिए नासूर बन चुके लपकों को लेकर पुलिस काम कर रही है और बहुत हद तक इसमें सफल भी रही है। आने वाले सैलानियों को परेशान करने वाले और पर्यटन की छवि को खराब करने वाले बदमशों को लेकर पुलिस प्लान कर रही है। ऑपरेशन वेलकम के तहत जैसलमेर पुलिस लगातार प्रयास कर रही है और लपकों पर सख्त कार्रवाई करके लपका गिरि को खत्म करने में लगी हुई है।
इस सीजन के पहले लपका मुक्त होगा जैसलमेर
जैसलमेर यात्रा पर आए आईजी जोधपुर पुलिस रेंज विकास कुमार ने लपकों की समस्या पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की बात कही। साथ ही उन्होंने प्लानिंग के तहत कानूनी कार्रवाई कर उनको किस तरह से पर्यटन को खराब करने से रोका जाए इसको लेकर लगातार काम कर रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस साल पर्यटन सीजन के समाप्त होने से पहले ही जैसलमेर को लपका मुक्त कर देगी। हालांकि इस सीजन में जैसलमर पुलिस ने अपने ऑपरेशन वेकलम अभियान के तहत अब तक 60 से भी ज्यादा लपकों को पकड़ा है। मगर आगे प्रभावी कार्रवाई करके उनको जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस कड़े कदम उठाएंगे।
कौन है ये लपका
लपका तत्व वे कहलाते हैं जो कमीशन बेस पर होटेलों या रेसोर्ट्स के साथ जुड़े होते हैं। उनका काम जैसलमेर आने वाले पर्यटकों को सस्ते पैकेज के लालच में फंसाना और उन्हीं होटल व रेसोर्ट्स में भेजना जिसके लिए उन्हें तगड़ा पैसा कमीशन के रूप में मिलता है। जब पर्यटक सस्ते के लालच में उस होटल या रेसोर्ट्स में पहुंचता है तब उसे वो सब सुविधाएं नहीं मिलतीं जो उसे लपका दिलवाने का वादा कर चुका था।
तब पर्यटकों को लगता है की उनके साथ ठगी हो गई है और वे फिर दुबारा जैसलमेर कभी नहीं आने की बात भी कहने लग जाते हैं। और तो और अपने दोस्तों रिश्तेदारों को जैसलमेर के अपने बुरे अनुभव सुनाकर उनको भी कभी जैसलमेर नहीं जाने की चेतावनी तक दे डालते हैं जिससे जैसलमेर का टूरिज़्म धीरे-धीरे दम तोड़ रहा है।
लपकों से ऐतिहासिक शहर शर्मसार
लपकागिरी करने वाले युवा चंद कमीशन के पैसे कि खातिर सैलानियों को भ्रमित करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। जैसलमेर दुर्ग और यहां के दर्शनीय स्थलों के बारे में नकारात्मक बातें कहने से भी नहीं कतराते हैं। इस सब से जैसलमेर का पर्यटन व्यवसाय नहीं पूरा ऐतिहासिक शहर शर्मसार हो रहा है। लपकों की समस्या कितनी बड़ी है इसका पता उन गाइडबुक्स फॉर पर्यटन आधारित वेबसाइट का अध्ययन करने पर चल जाता है जिसमें उनकी वजह से पूरे जैसलमेर पर्यटन के बारे में नेगेटिव कमेंट्स लिखे मिलते हैं।