जयपुर। जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी में आयोजित इसरो विज्ञान प्रदर्शनी 2025 का चौथा संस्करण अनोखे अंदाज में संपन्न हुआ। दो दिवसीय यह प्रदर्शनी छात्रों, शिक्षकों और विज्ञान-प्रेमियों को प्रेरित करने और उन्हें विज्ञान व टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नई संभावनाओं से जोड़ने का एक शानदार प्रयास रही।
राजस्थान के 107 स्कूलों से 12,000 से अधिक छात्रों ने प्रदर्शनी में भाग लिया। जल रॉकेट लॉन्च प्रदर्शन ने छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान की बुनियादी समझ दी और उनकी जिज्ञासा को प्रेरित किया।
इस आयोजन में शिक्षकों के लिए आयोजित “जेनरेटिव एआई फॉर एजुकेटर्स” वर्कशॉप ने खास भूमिका निभाई। इस वर्कशॉप में शिक्षकों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से शिक्षण को और अधिक प्रभावी बनाने के तरीकों से अवगत कराया गया। इस पहल का उद्देश्य शिक्षकों को नई तकनीक से लैस करना था, ताकि वे छात्रों के साथ बेहतर तालमेल बिठा सकें।
कार्यक्रम का एक और मुख्य आकर्षण स्पेस प्रोजेक्ट प्रदर्शनी रही, जिसमें जेईसीआरसी इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर के तहत स्पेस टेक्नोलॉजी से जुड़े कई स्टार्टअप्स ने अपने इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत किए। यह पहल छात्रों को रचनात्मकता और उद्यमशीलता के लिए प्रेरित करने की दिशा में एक बड़ा कदम थी।
प्रदर्शनी के दौरान छात्रों के लिए फैंसी पास्ता मेकिंग, वायर ज्वेलरी मेकिंग, रेडियो जॉकी ट्रेनिंग और डिजिटल मीडिया मार्केटिंग जैसी रचनात्मक कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। इन कार्यशालाओं ने छात्रों को न केवल नए कौशल सिखाए, बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास में भी योगदान दिया।
समापन समारोह के दौरान जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर विक्टर गंभीर ने कहा कि यह प्रदर्शनी विद्यार्थियों और शिक्षकों को विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में नई संभावनाओं से जोड़ने का सशक्त माध्यम बनी। राजस्थान के छात्रों और शिक्षकों में असीम संभावनाएं हैं, और यह आयोजन इसका प्रमाण है।