बाड़मेर। जिले को इस दीपावली बायपास की सौगात मिल गई है। करीब 23 किलोमीटर लंबे फोरलेन बायपास का काम पूरा होने के साथ ही इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। दीपावली पर हाइवे दुधिया रोशनी से रोशन है। भूमि अवाप्त समेत करीब 455 करोड़ रुपए खर्च कर इस बायपास का काम दो साल में पूरा किया गया। आपको बता दें कि बाड़मेर में बायपास की 10 सालों से मांग चल रही थी। आखिरकार इस दीपावली ट्रैफिक शुरू होने के साथ पूरी हो गई। दरअसल, महाबार के धोरों को काट कर बाड़मेर शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 68 और 112 को बाहर शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए सांसियों का तला से मेडिकल कॉलेज तक 23 किमी. लंबा बायपास बनाया गया। इस बायपास पर एक ओवरब्रिज, 8 फ्लाईओवर बने हैं। पीडब्ल्यूडी की एनएच विंग की देखरेख में चल रहे इस बायपास प्रोजेक्ट का काम पूरा किया गया। दीपावली फेस्टिवल में बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए बायपास को फिलहाल शुरू कर दिया गया है। सीधे बायपास से जोधपुर, जैसलमेर जालोर जा सकेंगे। एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया- मेडिकल कॉलेज से सांसियों का (कुर्जा फांटा) बाइपाय पर भारी वाहनों को आवागमन शुरू हो गया है। जिन वाहन चालकों को जैसलमेर व धोरीमन्ना की तरफ जाना हो तो वह वाहन ड्राइवर शहर की तरफ न आकर बायपास सड़क को यूज कर सकते हैं।
2015 में हुआ सर्वे, 7 साल लगे भूमि अवाप्ति करने में
बाड़मेर शहर में बढ़ते ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिए साल 2015 में बायपास का सर्वे किया गया। लेकिन स्वीकृति 2018 में मिली। इसके बाद भूमि अवाप्ति शुरू की गई। अब दो साल में बायपास बनकर तैयार हो गया है। बाड़मेर-सांचौर हाइवे पर सांसियों का तला से महाबार रोड, सिणधरी रोड़ होते हुए मेडिकल कॉलेज तक करीब 23 किमी फोरलेन हाइवे बनाया गया है। अब पूरा होने के साथ ही दीपावली पर इस फोरलेन बायपास को जनता के लिए खोल दया गया है।
1 ओवरब्रिज, 6 बड़े, 2 छोटे फ्लाई ओवर बनाए गए
पहला फ्लाईओवर: जैसलमेर रोड पर मेडिकल कॉलेज के पीछे से इस बायपास का पहला फ्लाईओवर है, जो 900 मीटर लंबा है।
दूसरा ओवरब्रिज: बाड़मेर-जोधपुर एनएच-25 पर ये जिले का सबसे बड़ा ओवरब्रिज कम फ्लाई ओवर है, इसकी लंबाई 1700 मीटर है।
तीसरा फ्लाईओवर: भुरटिया रोड के ऊपर गुजरेगा। लंबाई 800 मी. होगी।
चौथा फ्लाईओवर: कुड़ला से पहले उत्तरलाई की तरफ 600 मीटर फ्लाई ओवर है।
पांचवां फ्लाईओवर: बाड़मेर से सिणधरी जाने वाले स्टेट हाइवे के ऊपर पांचवां फ्लाईओवर है। इसकी लंबाई 1200 मीटर है।
छठा व 7वां फ्लाईओवर: सेंट पॉल्स से शिवकर जाने वाली सड़क पर निकलने वाले इस फ्लाईओवर की लंबाई 1000 मीटर है, इसके महज 100 मीटर की दूरी पर एक और छोटा फ्लाईओवर है।
8वां फ्लाईओवर: बाड़मेर से नोखड़ा जाने वाली सड़क पर महाबार के पास 1200 मीटर लंबा बाइपास का अंतिम फ्लाईओवर है, जो धोरों के ऊपर जाकर मिलता है।