बूंदी। एमपी के गुना जिले की एक नाबालिग को उसके ही चाचा-चाची ने बूंदी जिले में एक लाख रुपए में बेच दिया। नाबालिग के साथ तीन दिन तक बंधक बनाकर रेप किया। दिन-रात नाबालिग को पहरे में रखा। इसी दौरान नाबालिग रात को मौका मिलते ही पैदल ही भाग निकली। सात किमी पैदल चलने के बाद घने जंगल से वह खटकड़ चौराहे पर पहुंची, जहां रात में ग्रामीणों ने मामला संदिग्ध समझकर पुलिस के हवाले कर दिया। फिलहाल नाबालिग बाल कल्याण समिति की देख रेख में है।
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष सीमा पोद्दार ने बताया कि 9 दिसंबर को मध्य प्रदेश के गुना जिले के रुठियाई थाना इलाके की 13 साल की नाबालिग को एक लाख रुपए में रायथल थाना क्षेत्र के एक गांव में बेच दिया। नाबालिग को 3 दिन तक बंधक बनाकर एक युवक ने रेप किया। नाबालिग ने विरोध किया तो आरोपी ने एक लाख रुपए में उसे खरीदने की बात कहकर डराया-धमकाया और मारपीट की।
घना जंगल पार कर सड़क पर पहुंची
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष ने बताया कि नाबालिग 12 दिसंबर रात एक बजे घर से निकली और घने जंगल से होकर कोटा-खटकड़ रोड पर पहुंची। यहां लोगों ने नाबालिग को अकेला देखकर उसे रुकवाया। रायथल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पूछताछ की तो पीड़िता ने उसके साथ हुए घटनाक्रम के बारे में बताया। थाने में महिला पुलिस नहीं होने के चलते पीड़िता को थाने ले जाने की जगह तत्काल बाल कल्याण समिति को रात दो बजे सौंप दिया। समिति के सदस्य घनश्याम दुबे ने बच्ची को अपनी देखरेख में काउंसलिंग शुरू की।
घुमाने के बहाने लाए और बेच दिया
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष ने बताया कि नाबालिग के माता-पिता ईंट-भट्टे पर मजदूरी करते हैं। नाबालिग 3 बहनों और 2 भाइयों में सबसे छोटी है। वह अपने मामा के यहां थी। इस दौरान रिश्ते में लगने वाले चाचा और चाची मामा के यहां आए। बच्ची को घुमाने के बहाने ट्रेन से कोटा लेकर आए। कोटा से बस में बूंदी जिले में आए। उसके बाद ऑटो में बैठाकर एक गांव में पहुंचे। इसके बाद यहां एक घर में छोड़ गए।
नाबालिग ने किया चौंकाने वाला खुलासा
रायथल थाना प्रभारी सुरजीत सिंह ने बताया कि काउंसिलिंग में पीड़िता ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। उसने बताया कि उसके इस घटनाक्रम में उसके सभी रिश्तेदार शामिल रहे। खरीद फरोख्त की बात होने पर उसके रिश्तेदार उसे गुना से ट्रेन से लेकर कोटा पहुंचे और फिर बस से बूंदी आए। इसके बाद एक गांव में उसे बेच दिया। इस दौरान उसके रिश्तेदार भी दो दिन गांव में ही रहे। इस दौरान पीड़िता अत्याचार झेलती रही। बच्ची के बयानों के आधार पर रेप, खरीद-फरोख्त, पोक्सो एक्ट सहित अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज कर मेडिकल करवाया है।