झांसी। झांसी में सड़क हादसे में MBBS फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स की मौत हो गई। जबकि उसके साथी की हालत गंभीर है। दोनों आधी रात को बुलेट से हॉस्टल लौट रहे थे। तभी मेडिकल कॉलेज परिसर में तेज रफ्तार बुलेट फेंसिंग से टकराकर उसमें फंस गई।
हादसे में बृजेंद्र प्रसाद मीना (24) के सिर में गंभीर चोट आई। मौके पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया। जबकि दोस्त विकास कुमार को गंभीर चोट आई है। घटना की जानकारी मिलते ही वहां मेडिकल कॉलेज के छात्रों की भीड़ लग गई। विकास को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। ICU में उनका इलाज चल रहा है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने बृजेंद्र के परिजनों को घटना की जानकारी दी। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। बृजेंद्र प्रसाद मीना राजस्थान के करौली जिले के लांगरा गांव का रहने वाले थे। परिजन झांसी पहुंच गए हैं।
दोस्त भी MBBS फाइनल ईयर का स्टूडेंट
बृजेंद्र प्रसाद मीणा झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में फाइनल ईयर का स्टूडेंट था। बताया जा रहा है कि वह रविवार रात को अपने दोस्त फाइनल ईयर के स्टूडेंट विकास कुमार के साथ किसी काम से बाहर गया था। देर रात 12:30 बजे दोनों बुलेट से हॉस्टल लौट रहे थे।
जब दोनों इमरजेंसी होते हुए पोस्टमॉर्टम हाउस के पीछे पहुंचे तो उनकी बेकाबू बाइक सड़क किनारे फेंसिंग से टकराकर उसमें फंस गई। इससे दोनों नीचे गिर गए। बृजेंद्र प्रसाद मीणा की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि मेडिकल कॉलेज में भी विकास का इलाज चल रहा है। हालत गंभीर बनी हुई है। विकास यूपी के जौनपुर का रहने वाला है।
एक भाई कस्टम में इंस्पेक्टर, दूसरा डॉक्टर
बृजेंद्र प्रसाद मीणा के पिता सदानंद मीना आर्मी से रिटायर्ड हैं। इसके बाद वह सरकारी टीचर हो गए थे। बृजेंद्र तीन भाइयों में सबसे छोटा था। उसके बड़े भाई पंकज दिल्ली में कस्टम विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। जबकि दूसरे नंबर का भाई धीरज जोधपुर एम्स से MBBS कर चुके हैं। बृजेंद्र की मौत के बाद परिवार के लोग झांसी पहुंच गए हैं। उनका रो-रो का बुरा हाल है। बृजेंद्र की मां लीला देवी ग्रहणी है।
मामले में विश्वविद्यालय चौकी इंचार्ज अश्वनी दीक्षित का कहना है कि शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।