जालोर। सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक में वर्ष 2021 से 2023 में स्क्रीनिंग में हुए फर्जीवाड़े को लेकर सिरोही एसीबी ने सर्च किया है। मामले की जांच को लेकर एसीबी ने स्क्रीनिंग से संबंधित व्यवस्थापकों के दस्तावेज जुटाए। एसीबी टीम के एएसपी रामेश्वर लाल, कुईयांराम, विक्रम सिंह व दीक्षा उदावत ने कार्रवाई को अंजाम दिया। वर्ष 2022 में 60 और 2023 में 31 व्यवस्थापकों की स्क्रीनिंग के आवेदन व पूरी प्रक्रिया से संबंधित दस्तावेज कब्जे में लिए हैं।
एसीबी सिरोही एएसपी रामेश्वरलाल भाटी ने बताया- एमडी रहते के के मीणा ने वर्ष 2021 से 2023 में 100 संविदाकर्मियों की नियम विरुद्ध स्क्रीनिंग कर उन्हें नियमित कर दिया था। जबकि स्क्रीनिंग पर कोर्ट का स्थगन था। मामले में दर्जनभर शिकायतें हुई। उनमें आरोप था कि केके मीणा ने नियमितीकरण के एवज में प्रत्येक कर्मचारी से 4 से 5 लाख रुपए बतौर रिश्वत ली थी।
जिसको लेकर सोमवार की दोपहर में सिरोही एसीबी एएसपी रामेश्वर लाल,के नेतृत्व में टीम जालोर पहुंची और जालोर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैक से दस्तावेज की जांच करते हुए सर्च कार्यवाही की जिसमें टीम ने सर्च कार्यवाही करते हुए स्क्रीनिंग कर उन्हें नियमित करने के मामले में एसीबी ने 91 व्यवस्थापकों के दस्तावेज जुटाए हैं। और टीम अपने साथ ले गई। जिसको लेकर अभी जांच की जाएगी।