टोंक। जिले में पीपलू थाना क्षेत्र के जंवाली गांव के 29 मार्च से लापता वृद्ध का गुरुवार को भी कोई सुराग नहीं लगा है। जबकि तलाशने में 5 एलएनटी मशीनें, 5 पानी निकालने के पंप, जनरेटर काम में लिए जा रहे है। इसके बावजूद गुरुवार दोपहर तक भी लापता वृद्ध नहीं मिल पाया है। इसकी प्रमुख वजह कुएं में पानी का रिसाव तेज गति से होने और कुएं के निचले हिस्से में मिट्टी ढहने से रेस्क्यू ऑपरेशन फेल हो रहा है। गुरुवार भी इन साधनों से प्रशासन लापता व्यक्ति को तलाश रहा है, लेकिन कुएं के बीचों-बीच रेस्क्यू कर रहे टीम का दल मलबे को बाहर नहीं निकाल पा रहा है, जिसके नीचे वृद्ध के दबे होने की आशंका है। ऐसे में लापता वृद्ध के परिजनों का रो—रो कर बुरा हाल है।
जंवाली पंचायत के ग्राम सचिव विशाल यादव ने बताया कि जवाली निवासी कैलाश (65) पुत्र प्रताप यादव 29 मार्च को भैंस को चराने के लिए खेतों की ओर गया था। वह शाम को भी लौटकर नहीं आये। फिर परिजनों अपने स्तर पर प्रयास किया, लेकिन कैलाश नहीं मिले। 30 मार्च को गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दी गई। पुलिस ने तलाश शुरू की। इस बीच ग्रामीणों ने 31 मार्च को बताया कि लापता व्यक्ति का साफा गांव के सहोदरा नदी के पास स्थित करीब 40 फीट गहरे कुएं में मिला है। वहीं कुए के आसपास ही उनकी लकड़ी व पानी की बोतल भी मिली है। कुएं में गिरने की आशंका के चलते पुलिस प्रशासन ने 31 मार्च को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। इसी दौरान कुएं के पानी को निकालने के लिए मोटर डाली, लेकिन कुएं के नीचे के हिस्से में मिट्टी ढहने से रेस्क्यू ऑपरेशन सफल नहीं हो सका।
मंगलवार 1 अप्रैल को सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक पुलिस प्रशासन की तरफ से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। बुधवार 2 अप्रैल को कुएं के बराबर में 3 जेसीबी एक लोडर व एक एलएनटी मशीन से खुदाई शुरू गड्ढा बनाया, लेकिन निचले हिस्से में मिट्टी ढहने और पानी का रिसाव ज्यादा होने से रेस्क्यू टीम कुए के बीचो बीच पड़े मलबे को हटा नहीं पा रही है। गुरुवार को भी सुबह से ही SDRF के जवान लगे हुए है, लेकिन अभी तक लापता वृद्ध का सुराग नहीं लगा है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। ग्रामीण महबूब ने बताया कि प्रशासन के साथ ग्रामीण भी जुटे हुए है।