नागौर। राइजिंग राजस्थान को लेकर नागौर में इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया। प्रदेश सरकार की पहली वर्षगांठ पर व्यापक आयोजन किया जा रहा है। निवेश बढ़ाने के लिए नागौर में 97 एमओयू किए गए हैं। नागौर में इन्वेस्टर मीट का शुभारंभ पीडब्लूडी राज्यमंत्री डॉ. मंजू बाघमार, खींवसर विधायक रेवंतराम डांगा, जिला प्रमुख, कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित और पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने किया। प्रदेश सरकार और निवेशकों के बीच 4253.57 करोड़ रुपए के एमओयू हुए हैं। इस निवेश के जरिए नागौर के 5 हजार से अधिक व्यक्तियों को रोजगार के अवसर मिल सकेंगे। राज्यमंत्री डॉ. मंजू बाघमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 दिसंबर को जयपुर में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल समिट का उद्घाटन करेंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ ही सरकार के सभी घटक राइजिंग राजस्थान ग्लोबल समिट और राज्य सरकार के सभी घटक तैयारियों और व्यवस्थाओं को पूरा करने के लिए अंतिम रुप देने में लगे हुए हैं। नागौर में आज राइजिंग राजस्थान समिट की तैयारी को लेकर चर्चा की गई।
रोजगार के मामले में राजस्थान के पिछड़े जिलों में शामिल नागौर जिले के 5 हज़ार बेरोजगारो को जल्द ही रोजगार मिलेगा। नागौर में इन्वेस्टर मीट का आयोजन किया गया। भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान को एक विकसित राज्य बनाने की दिशा में आज नागौर में जिलास्तरीय राइजिंग टॉक इन्वेस्टर मीट आयोजित किया गया। मंत्री डॉ. मंजू बाघमार ने कहा कि इस इन्वेस्टर मीट के जरिए हुए 97 एमओयू से जिले में 4253.57 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश आएगा और 5 हजार से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुसार यह मीट युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान करने और जिले में निवेश बढ़ाने के लिए उपयोगी साबित होगी।
जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने कहा कि हम कोशिश कर रहे हैं कि उद्यमियों को सुविधा मिल सके। नागौर जिले में इंडस्ट्री की कमी है। हम चाहते हैं लोग यहां आएं और उद्योग लगाएं जिससे यहां के लोगों को रोजगार मिल सके। जिला प्रशासन के नेतृत्व में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग तथा रीको के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट में विशेष उद्यमियों की अोर विपणन और व्यापार संबंधी मार्गदर्शन किया गया। वहीं जिले में शिक्षा, औद्योगिक पार्क, स्वास्थ्य सेवाएं, फूड प्रोसेसिंग, एग्रो और एग्रो प्रोसेसिंग, पर्यटन, माइंस और मिनरल्स, बायोफ्यूल, आयरन और स्टील, वेयर हाउसिंग, सीमेंट, हैंडीक्राफ्ट्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन, ई-वेस्ट, फर्नीचर, पेट्रोलियम और नेचुरल गैस, एमएसएमई, डेयरी, मेडिकल, वैलनेस और हेल्थकेयर एवं मिनरल समेत विभिन्न क्षेत्रों में निवेशक आए । एसपी नारायण टोंगस जिला उधोग के अलावा औद्योगिक संघों के पदाधिकारी, स्थानीय निवेशक, विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी सहित उद्योग से जुड़े प्रतिनिधि मौजूद रहे।