अलवर। जिले से करीब 1 हजार किलोमीटर दूर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 71 साल के रिटायर अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट कर 54 लाख रुपए की ठगी की है। वहां की साइबर पुलिस टीम ने शुक्रवार को अलवर पहुंचकर पॉलिटेक्निक डिप्लोमा की पढ़ाई कर रहे दो छात्रों को अरेस्ट किया है। इनका अलवर का तीसरा साथी फरार है। इसी मामले में बिलासपुर पुलिस पहले 3 आरोपी गिरफ्तार सितंबर माह में गिरफ्तार कर चुकी है। पहले अरेस्ट किए आरोपी बिलासपुर के थे। जिनके पास से 22 लाख रुपए मिले थे। अलवर से गिरफ्तार एक युवक के खाते में 8 लाख रुपए आए थे। यहीं के युवक की मोबाइल सिम डिजिटल अरेस्ट में काम ली गई थी। फिर इनके खातों में पैसा आया था। इस मामले में पुलिस ने अब तक 5 जनों को गिरफ्तार किया है। जिसमें एक हरियाणा, दो श्रीगंगानगर व तीन आरोपी अलवर हैं। अब तक 5 गिरफ्तार हो गए। एक फरार है। बाकी मामले की जांच जारी है।
यूं किया गया डिजिटल अरेस्ट
बिलासपुर के अग्य नगर निवासी 71 साल के बुजुर्ग जय सिंह चंदेल रिटायर अधिकारी हैं। जिनके मोबाइल पर पहले तो पोर्न वीडियो अपलोड करने का आरोप लगाते हुए एक एफआईआर की कॉपी भेजकर डराया। इस मामले की जांच मुंबई पुलिस करने की बात कही। उसके बाद दूसरे नंबर से फोन किया गया। जिसने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी विनायक बताया। जिसने कहा कि एक व्यक्ति के घर से 274 एटीएम कार्ड मिले हैं। उसके एक कार्ड आपका है। इस मामले में ईडी की जांच भी चल रही है। यह कहकर फोन काट दिया। फिर दो जुलाई को फोन कर कहा कि सुप्रीम कोर्ट में मामला विचाराधीन है। जिसके अनुसार आपके बैंक में जमा पैसे की जांच होगी। आप एक ही बैंक के खाते में पूरा पैसा एकत्रित कर लो। इसके बाद ईडी व सुप्रीम कोर्ट के फर्जी कागजात भेजकर 14 लाख 30 ट्रांसफर करा लिए। अगले दिन बदमाशों ने फोन कर कहा कि म्यूचल फंड की जांच कराएं। इसके लिए 35 लाख रुपए जमा कराएं। फिर 13 जुलाई को फोन कर रुपए की जांच पूरी होने की बात कही। तब 10 लाख रुपए डिपोजिट करने कहा। फिर आरोपियों ने दबाव देकर 5 लाख रुपए जमा करा लिए। इस तरह करीब 54 लाख रुपए ठग लिए। उसके बाद पीड़ित को शक हुआ। तब पुलिस थाने में रिपोर्ट। फिर पुलिस ने जांच शुरू की। इस मामले में बिलासपुर पुलिस तीन आरोपी वहीं से गिरफ्तार कर चुकी है।
डिजिटल अरेस्ट के मामले में पहले बिलासपुर पुलिस ने इन तीन आरोपियों को अरेस्ट किया था विजय निवासी शेरावली थाना जिला सिरसा हरियाणा, अमित जालत निवासी सादुल शहर श्रीगंगानगर राजस्थान, निखिल निवासी श्रीगंगानगर को अरेस्ट किया जा चुका है। जिन पर अलग-अलग नंबर से फोन कर बैंक खातों में पैसा आया है।
अब अलवर से दो को पकड़ा
अब बिलासपुर पुलिस अलवर पहुंची। यहां साइबर थाने के प्रभारी विजय चौधरी ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट के मामले में अलवर से 2 जनों को अरेस्ट किया है। निकुंज पुत्र ताराचन्द निवासी स्की 3 और लक्ष्य सैनी पुत्र बाबूलाल सेनी निवासी शिवाजी पार्क है। तीसरा आरोपी गौरव फरार है। पुलिस ने बताया कि ये दोनों आरोपी पॉलिटेक्निक डिप्लोमा की पढ़ाई कर रहे हैं।
10 से 15 दिन धमकाया
जुलाई महीने में मामला सामने आया था। अलवर के आरोपियों के खाते में 8 से नौ लाख रुपए आए हैं। एक युवक का मोबाइल नंबर काम लिया गया। दूसरे ने मोबाइल नंबर से कॉल किया है। अलवर में बैठकर भी कॉल किया है। इनका ठगी का पैटर्न यही है कि कुछ नंबर उपलब्ध कराते हैं। कुछ कॉल करते हैं। कुछ खाते उपलब्ध कराते हैं। खास बात यह है कि इस ठगी की शुरूआत अलवर से शुरू हुई थी। पहले मनी लॉड्रिंग में शामिल होना बताया। बाद में मुंबई पुलिस का अधिकारी बनकर पीड़ित से बात की। उनको बार-बार कॉल कर धमकाया। करीब 10 से 15 दिन अलग-अलग तरीकों से डराया गया। पीड़ित का पूरा पैसा एक खाते में डलावाया। जब पूरा पैसा खत्म हो गया तब शिकायत की गई। इनमें से कुछ कमिशन लेते हैं। पहले 23 लाख जब्त किए हैं। अब अलवर के आरोपियों के खाते से रकम जब्त करने का प्रयास किया है।