सीकर। ब्लैक एंड व्हाइट टेलीविजन की पिक्चर ट्यूब से नोट और ज्वेलरी बनाने का झांसा देकर लोगों से लाखों की ठगी की जा रही है। ये ठग ग्रामीणों को निशाना बना रहे हैं। उन्हें 30 साल पुराने के टीवी की पिक्चर ट्यूब लाकर देने की एवज में 40 से 50 लाख के प्रॉफिट का झांसा देते हैं। अगर ट्यूब न हो तो इस बिजनेस में पार्टनर बनने के लिए 4 से 10 लाख रुपए लगाने का झांसा देते और अपने ही परिचित से इसे खरीदने को कहते हैं। जैसे ही पीड़ित रुपए लेकर पहुंचता है। वहां उनकी फर्जी पुलिस आ जाती है और ठग रुपए लेकर फरार हो जाते हैं।
सीकर के ग्रामीण इलाकों में हो रही ठगी की इन वारदात पर पढ़िए खास रिपोर्ट-
सीकर के उद्योग नगर और जीण माता इलाके से 2 केस सामने आए हैं। जबकि ठगों के डर से एक ने रिपोर्ट ही दर्ज नहीं करवाई। पुलिस काे अंदेशा है कि यह बावरिया गैंग का काम हो सकता है। फिलहाल एक आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है। एक नाबालिग को भी डिटेन किया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं एक्सपर्ट कहते हैं कि पिक्चर ट्यूब मार्केट में 400 रुपए में मिल जाती है। इसमें ऐसा कुछ नहीं कि लाखों रुपए कमाए जा सकें। ठग केवल ज्ञान का अभाव होने के कारण इस ठगी को अंजाम दे रहे हैं।
केस 1:
ठग बोला- आपके टीवी में वो बेशकीमती चीज नहीं
सीकर के जीण माता थाने में नथमल स्वामी (62) ने 28 नवंबर को मामला दर्ज करवाया था। स्वामी ने रिपोर्ट में बताया- मांडोता बस स्टैंड पर मेरी चाय की दुकान है। 19 अक्टूबर को दुकान पर रामनिवास बावरी नाम का शख्स आया था। उसने चाय पी। इसके बाद मुझसे कहा कि उसे 25 से 30 साल पुराना टेलीविजन कहीं मिल सकता है क्या? तब मैंने कहा कि मेरे पास पुराना टेलीविजन है। मैंने रामनिवास को वह टीवी दिखाया। इस पर रामनिवास ने कहा कि इसमें 15-20 लाख रुपए में बिकने वाला बेशकीमती सामान नहीं है। इसके बाद वह चला गया।
ठग ने अपने परिचित से 4 लाख में दिलाई पिक्चर ट्यूब
नथमल स्वामी ने बताया- अगले दिन 20 अक्टूबर को रामनिवास वापस दुकान पर आया। कहा- 25 से 30 साल पुराना टेलीविजन ढूंढ रहा हूं, लेकिन उसे मिल नहीं रहा। रामनिवास ने मुझसे कहा कि अगर कहीं से भी पुराने टीवी खरीद लो तो उसमें से कीमती वस्तु निकालकर उसे बेचकर लाखों रुपए कमा सकते हैं। इसके बाद रामनिवास ने अपने ही परिचितों के पास एक ऐसा टीवी होना बताया। उसने मुझसे कहा कि मेरे पास इतने रुपए नहीं हैं, लेकिन अगर तुम वह टीवी खरीद लो तो 20 लाख तक की कमाई हो सकती है। इसमें नोट बनाने का तार और ज्वेलरी आइटम बनाने की अनमोल चीजें मिलेंगी।
ये बातें सुनकर मैं टीवी खरीदने के लिए राजी हो गया। 23 अक्टूबर को रामनिवास मुझे बाय गांव में स्टैंड पर ले गया। जहां पर 2 लोग आए, जो रामनिवास के परिचित थे। इन लोगों ने प्लानिंग के अनुसार टेलीविजन की पिक्चर ट्यूब दिखाई और उसके बदले 4 लाख रुपए मांगे।
मैंने आरोपियों को 4 लाख रुपए देकर उनसे ट्यूब खरीद ली और अपनी जेब में रख ली। कुछ समय वहां पर वर्दी पहने हुए नकली पुलिस वाले आए। जिसको देखकर आरोपी वहां से भाग गए। इसके बाद मुझे ठगी का एहसास हुआ।
मामले में जीण माता थानाधिकारी मनोज कुमार यादव का कहना है कि पिक्चर ट्यूब ठगी के मामले में संदिग्ध नंबर सहित अन्य पहलुओं पर जांच की जा रही है।
केस 2:
खुद लाए पिक्चर ट्यूब, पार्टनर बनने के लिए 11 लाख मांगे
सीकर के सुरेश शर्मा ने उद्योग नगर थाने में 25 नवंबर को मामला दर्ज करवाया। रिपोर्ट के अनुसार- करीब 20 से 25 दिन पहले दो लड़के उन्हें कॉल करके उनके घर पर फावड़ा/जेली खरीदने के लिए आए। उन्होंने सुरेश से कहा, आपके पास कोई भी पुराना टीवी या ब्लैक एंड व्हाइट टीवी है तो उसमें से पिक्चर ट्यूब निकालकर आपको अच्छा पैसा दिला देंगे। सुरेश ने पहले तो उन्हें मना कर दिया। लेकिन, इसके बाद भी उन्हें अलग-अलग नंबर से कॉल करके लालच देने की कोशिश की।
18 नवंबर को वापस सुरेश कुमार के पास कॉल आया। कॉल करने वाले ने उन्हें कहा कि पिक्चर ट्यूब हमें मिल चुकी है। आप हमारे साथ शामिल हो जाओ और 11 लाख रुपए देकर हमारे साथी बन जाओ। पिक्चर ट्यूब को 40 से 50 लाख रुपए में बेच देंगे। ऐसे में सुरेश कुमार ने 11 लाख रुपए इकट्ठा करके उन लोगों को मिलने के लिए बुलाया।
हरियाणा नंबर की गाड़ी से आए थे ठग
तीसरा आदमी सुरेश के पास 20 नवंबर को पिपराली बाईपास पर आया। वह उन्हें अपने साथ बाइक पर बैठाकर रैवासा के पास जाने वाली रोड पर लेकर गया। जहां सुरेश ने उसे पैसे दे दिए। जब सुरेश ने पिक्चर ट्यूब दिखाने को कहा तो उन लोगों ने कहा कि आप पिक्चर ट्यूब अपने पास ही रख लो। एक-दो दिन में आपको इसके 40 से 50 लाख रुपए दिलवा देंगे। अब उन लोगों का कुछ भी पता नहीं चल पाया है।
सुरेश ने बताया कि ठग हरियाणा नंबर की गाड़ी में आए थे। सीट पर लाखों के नोट रखे थे। ऐसे में, उसे विश्वास हो गया था कि ये कुछ बड़ा काम करते हैं।
आरोपी को गिरफ्तार कर ढाई लाख रुपए बरामद किए
उद्योग नगर थानाधिकारी सुरेंद्र सिंह देगड़ा ने बताया- 25 नवंबर को सुरेश शर्मा ने मामला दर्ज करवाया था कि कुछ लोगों ने उनसे मोबाइल पर कॉन्टैक्ट किया। पुरानी पिक्चर ट्यूब के नाम पर 11 लाख रुपए की ठगी कर ली।
इस मामले में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और कॉल डिटेल के आधार पर एक आरोपी मनोज बावरिया को गिरफ्तार करके उससे 2.5 लाख रुपए की बरामदगी की है। उसे जेल भेज दिया गया है। एक नाबालिग को भी डिटेन किया गया है। फरार 2 अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। सभी आरोपी आपस में रिश्तेदार हैं।
पुलिस के अनुसार, गैंग के लोग उम्रदराज लोगों को अपने झांसे में लेते हैं। उन्हें कहते हैं कि इस पिक्चर ट्यूब का इस्तेमाल नोटों को छापने और सोने के जेवरात तैयार करने के लिए होता है। ये ट्यूब मार्केट में मिलना मुश्किल है। ऐसे में ग्रामीण इनके झांसे में आ जाते हैं।
व्यापारी बोले- अब तो कबाड़ी भी नहीं लेता
सीकर के अपेक्स इलेक्ट्रॉनिक्स के राजेश ने बताया- पिक्चर ट्यूब का अब उपयोग ही नहीं है। वर्तमान में LED आ चुकी है। अब पिक्चर ट्यूब का स्पेयर भी बंद हो चुका है। इसका प्रोडक्शन तक नहीं होता है। अब कोई कबाड़ी भी इसे नहीं खरीदता। इसे कचरे में ही फेंकना पड़ता है। कोई स्कूल या कॉलेज में बच्चों के प्रोजेक्ट हो, तब भी यह मुश्किल से ही मिल पाती है। इसे 400 से 500 रुपए में लिया जा सकता है।