बिजयनगर (अनिल जाँगिड़)। लैब टेक्नीशियन दिवस पर मीडिया प्रभारी पुष्पेन्द्र चोरोंटिया ने बताया कि अखिल राजस्थान लेबोरेटरी टेक्नीशियन कर्मचारी संघ शाखा ब्यावर की ओर से ANM ट्रेनिंग सेंटर पर एक जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जकरिया जॉनसन जो की माइक्रोस्कोप के आविष्कारक हैं उनके जन्मदिन 15 अप्रैल को उनकी स्मृति में अंतरराष्ट्रीय लैब टेक्नीशियन दिवस बनाया जाता है इस अवसर पर जिले के समस्त ब्लॉक ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लेबोरेटरी टेक्नीशियन तथा लैब सहायक संवर्ग के सभी साथी उपस्थित हुए मुख्य अतिथि के रूप में लोकप्रिय विधायक माननीय शंकर सिंह रावत ने शिरकत की विशिष्ट अतिथि के रूप में माननीय प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुरेन्द्र सिंह चौहान एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर संजय गहलोत ने भी मंच साझा किया इस अवसर पर जिला अध्यक्ष शांतिलाल बालोटिया ने समस्त पधारे हुए प्रतिभागियों और अतिथियों को स्वागत एवं धन्यवाद दिया इस भव्य आयोजन में दिनेश कुमार जैन, देवनारायण, पुष्पेंद्र चोरोंटिया, रसिक बिहारी व्यास, अमित कुमार खटनाल, मोहम्मद मोइनुल हक, रामदेव टेलर, मोतीलाल भाटी, अरविंद सोनी , मदन सिंह इंदा, कैलाश चंद, निशा कच्छावा राजेश्वरी भाटी प्रियंका माली अरविंद सिंह, कमल परिहार ,निर्मल सेन ,एवं समस्त लैब सहायक तथा लैब टेक्नीशियन उपस्थित रहे इस अवसर पर सेवानिवृत्ति वरिष्ठ टेक्निशियनों एवं तकनीकी सहायकों का सम्मान किया गया जिले में कार्यरत लैब कर्मी को उत्कृष्ट कार्य हेतु स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
मुख्य अतिथि विधायक शंकर सिंह रावत ने लेबोरेटरी कर्मचारियों के सराहनीय कार्यों के लिए धन्यवाद दिया तथा उन्हें उत्कृष्ट कार्य करने हेतु प्रेरित किया ,सीएमएचओ डॉक्टर संजय गहलोत ने भी नवीन तकनीक का इस्तेमाल करने पर जोर दिया तथा लैब टेक्नीशियन को वास्तविक फ्रंटलाइन वर्कर व प्रयोगशाला को चिकित्सा विभाग आँख बताया और कहा कि जैसे प्रयोगशाला मुझे दिखती हैं उस आधार पर चिकित्सक मरीज का इलाज करते हैं और गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए आवश्यक सुझाव दिए प्रमुख चिकित्सा अधिकारी सुरेंद्र सिंह चौहान ने भी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया और किए गए उत्कर्ष कार्यों के लिए प्रशंसा की। प्रवक्ता मोहम्मद मोइनुल हक ने MNJY में कुल जांचों व लाभांवितों तथा माननीय प्रधानमंत्री के विजन टीबी मुक्त भारत के आंकड़े प्रस्तुत किये तथा वर्तमान में 2022 के बाद जितने भी चिकित्सा संस्थान क्रमोन्नत हुए उसमें चिकित्सक , नर्सिंग कर्मी , व अन्य कैडर के पद यो बढे हैं परंतु लैब टेक्नीशियन के पद घटे था जहाँ 2013 में पूरे प्रदेश में जांचों को संख्या लगभग 1.5 करोड़ प्रति वर्ष थी वोह गत वर्ष 2024 में लगभग 1.3 करोड़ प्रति माह हो गई।