बारां। एसओजी ने एसआई भर्ती परीक्षा-2021 के मामले में बारां में पीडब्ल्यूडी में पदस्थ एक जेईएन (बिजली निगम) को गिरफ्तार किया है। आरोपी को उसके पिता ने ही लीक पेपर उपलब्ध करवाया था। उसका चयनित सूची में 59वां स्थान था। पूछताछ के लिए आरोपी को 20 दिसंबर तक रिमांड पर लिया है।
एटीएस व एसओजी एडीजी वीके सिंह ने बताया कि एसओजी की ओर से उप-निरीक्षक संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा-2021 को लेकर प्रकरण दर्ज हुआ था। इसमें बारां पीडब्ल्यूडी का जेईएन (विद्युत) झोटवाड़ा, जयपुर निवासी सिद्धार्थ यादव पुत्र राजेंद्र कुमार यादव को गिरफ्तार किया है। सिद्धार्थ का चयन उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा में 59वीं रैंक पर हुआ था। आरोपी को एसओजी ने मंगलवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 20 दिसबंर तक रिमांड पर भेजा है। एसओजी के अनुसार गिरफ्तार आरोपी जेईएन का पिता राजेंद्र कुमार यादव जयपुर के खातीपुरा स्थित मेजर दिग्विजय सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में साल 2001 से टीचर था। वह 20 अगस्त 2011 से परीक्षा सह प्रभारी व बाद में वर्ष 2022 से परीक्षा प्रभारी का काम देखता था।
राजेंद्र कुमार यादव का एक जानकार राजेश खंडेलवाल रविंद्र बाल भारती सीनियर सैकंड्री स्कूल शांतिनगर, हसनपुरा, जयपुर में एकाउंटेंट है। यूनिक भाम्बू उर्फ पंकज चौधरी, शिवरतन मोट व राजेश खंडेलवाल ने मिलकर उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा-2021 का पेपर लीक किया था। तब राजेंद्र कुमार यादव ने अपनी गैंग के सदस्यों यूनिक भाम्बू उर्फ पंकज चौधरी, जगदीश विश्नोई व शिवरत्न मोट से मिलीभगत कर खुद के बेटे सिद्धार्थ यादव को उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 का सॉल्वड पेपर उसकी परीक्षा 15 सितंबर 2021 से पूर्व पढ़ाया था।
सिद्धार्थ परीक्षा से पूर्व लीक सॉल्वड पेपर पढ़कर गलत तरीके से उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 में मेरिट में 59वें स्थान पर चयनित हो गया। इसके बाद पेपर लीक प्रकरण में राजेंद्र कुमार यादव व उसके साथी आरोपी जगदीश विश्नोई, शिवरत्न मोट व राजेश खंडेलवाल को एसओजी की ओर से पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी थी। यह सभी वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं। अब एसओजी ने सोमवार को इस मामले में सिद्धार्थ यादव को बारां से गिरफ्तार किया है।
सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सिद्धार्थ यादव अगस्त-2022 से बारां में पीडब्ल्यूडी में जेईएन (विद्युत) के पद पर पदस्थ है। आरोपी जेईएन के पिता राजेंद्र कुमार यादव को भी यह पता था कि उसका पुत्र सिद्धार्थ गलत तरीके से उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा-2021 में चयनित हुआ है। ऐसे में उसने अपने बेटे सिद्धार्थ को उप निरीक्षक के पद पर आरपीए में ज्वाइन नहीं करने दिया। ऐसे में सिद्धार्थ बारां में पीडब्ल्यूडी में जेईएन के पद पर ही कार्यरत रहा।
जब एसओजी की ओर से मामले की जांच शुरू की गई तो उसके पिता आरोपी राजेंद्र कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके बाद से सिद्धार्थ यादव भी फरार हो गया और गिरफ्तारी से बचता फिर रहा था।
83 दिन ड्यूटी से नदारद रहा आरोपी जेईएन
सिद्धार्थ फरवरी 2024 से मई 2024 तक करीब 83 दिन तक ड्यूटी से नदारद रहा था। बाद में उसने बारां ड्यूटी में ज्वाइनिंग दी थी। इस बीच एसओजी की टीम ने 16 दिसंबर को उसे बारां से डिटेन कर गिरफ्तार किया है। उसे मंगलवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से 20 तक पीसी रिमांड पर भेजा है।