बाड़मेर। जिले में राजस्थान का अर्द्धकुंभ सुंईया मेला सोमवार को अमावस्या के साथ शुरू हो गया। चौहटन की पहाड़ियों में डूंगरपुरी मठ बने सुंईया महादेव मंदिर में दर्शन और पवित्र कुंड में स्नान का दौर सुबह 6 बजे से शुरू हुआ। पंचयोग यानी पौष मास, अमावस्या, सोमवार, व्यातिपात योग और मूल नक्षत्र सुबह 6 बजे बना। यह योग शाम 5 बजे तक चलेगा।
जिला प्रशासन का अनुमान है कि दो दिन चलने वाले मेले में लाखों श्रद्धालु पवित्र स्नान करेंगे। 7 साल के इंतजार के बाद 12 घंटे तक स्नान का योग बना है।
इससे पहले रविवार रात यहां भजन संध्या, अग्नि नृत्य का भी आयोजन हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। इसके बाद सोमवार सुबह 4 बजे से श्रद्धालु स्नान करने पहुंच गए।
नाचते-गाते सुंईया धाम पहुंचे श्रद्धालु
सोमवार सुबह श्रद्धालु नाचते गाते सुंईया धाम पहुंचे और पहाड़ी पर स्थित सुंईया, कपालेश्वर व विष्णु पगलिया मंदिर में दर्शन किए। चौहटन में पहुंचने वाले सभी रास्ते रविवार शाम से ही जाम रहे। भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ करीब 5-5 किमी पैदल चलकर मेले में पहुंच रही है।
डूंगरपुरी मठ और जिला प्रशासन की ओर से इस बार सुंईया मेले में विशेष इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए पूरे इलाके को रोशनी से सजाया गया है।
भजन संध्या में उमड़े श्रद्धालु
रविवार रात को रूमा देवी फाउंडेशन व ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान की ओर से मेला मैदान में भजन कार्यक्रम हुआ। दोपहर से भजन मंडलियों ने अपनी प्रस्तुतियां देना शुरू किया। रूमा देवी फाउंडेशन की प्रवक्ता अनिता व कविता कुमारी ने बताया कि विभिन्न संतों की वाणियां सुनने लोग उमड़ पड़े। बाल गायकों ने सनातन संस्कृति की गायकी से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
श्रद्धालुओं को मंदिर दर्शन करने और सीढ़ियों से वापस उतरने के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई। ताकि भीड़ आमने-सामने क्रॉस नहीं हो और अव्यवस्था नहीं हो। इसके अलावा 3 कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। करीब 1500 पुलिसकर्मी तैनात किए हैं, जो सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे हैं।
ड्रोन से नजर, 1500 का जाब्ता तैनात
बाड़मेर कलेक्टर टीना डाबी, एसपी नरेंद्रसिंह मीना स्वयं कैंप लगाकर चौहटन में हैं। इसके अलावा एएसपी, एडीएम, 5 एसडीएम, 8 डीएसपी समेत 100 सीआई, एसआई और एएसआई की ड्यूटी मॉनिटरिंग के लिए लगाई है। 500 से ज्यादा प्रशासनिक और 1500 पुलिसकर्मियों की मेले में ड्यूटी लगाई गई है।
श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए चौहटन और आसपास की सभी धर्मशालाएं, छात्रावास, सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों को बुक किया गया है।
बाड़मेर से हर 10 मिनट में रोडवेज बस
जिला मुख्यालय से रोडवेज की हर 10 मिनट में बस है। श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा नहीं हो, इसके लिए रोडवेज और अन्य प्राइवेट बसों की व्यवस्था की गई हैं। चौहटन में पहुंचने वाले सभी रास्तों को पुलिस ने रविवार से ही बैरिकेड लगाकर सीज कर दिया है।
बाड़मेर की तरफ का रास्ता चीपल नाडी के पास से बंद है। वहीं सेड़वा-बाखासर, केलनोर, रामसर, लीलसर-इसरोल की तरफ से आने वाले रास्तों पर भी बैरिकेडिंग की गई है। वाहनों को पार्क करने के लिए अलग-अलग 200 बीघा से ज्यादा में पार्किंग की व्यवस्था है।