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July 4, 2025 7:54 pm


करंट से सिनेरियस गिद्ध घायल : घायल सिनेरियस गिद्ध का वन विभाग ने रेस्क्यू कर इलाज किया

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Pankaj Garg

सच्ची निष्पक्ष सटीक व निडर खबरों के लिए हमेशा प्रयासरत नमस्ते राजस्थान

जैसलमेर। जिले के फतेहगढ़ तहसील के देगराय ओरण में बिछी बिजली की लाइनों से टकराकर प्रवासी सिनेरियस गिद्ध घायल हो गया। देगराय ओरण इलाके के सावंता गांव की सरहद पर घायल गिद्ध को देखकर वन्य जीव प्रेमी सुमेर सिंह सावंता ने वन विभाग को इसकी जानकारी दी। वन विभाग की टीम ने प्रवासी पक्षी सिनेरियस गिद्ध को रेस्क्यू कर उसका इलाज किया। घायल गिद्ध पक्षी के पंख को हाईटेंशन लाइनों से टकराकर काफी नुकसान हुआ है। सुमेर सिंह ने बताया कि लगातार बिजली की लाइनों से टकराकर हो रही प्रवासी पक्षियों की मौत और दुर्घटनाओं से पक्षी प्रेमियों में रोष है। सुमेर सिंह ने बताया कि बिजली की हाईटेंशन लाइनों से टकराकर सिनेरियस गिद्ध के पंख में चोट आई है। घायल होकर सिनेरियस गिद्ध नीचे गिरा और उड़ने में नाकाम रहा। इस दौरान चरवाहों की उस पर नजर पड़ गई अन्यथा वो घायल पक्षी जंगली कुत्तों के हत्थे चढ़ जाता तो मौत के घाट उतार देते। फिलहाल वन विभाग की टीम ने उसका इलाज किया है और उसको जंगल में औब्जर्वेशन में रखा है ताकि वो जल्दी से स्वस्थ हो सके।

सुमेर सिंह ने बताया कि भारतीय उप महाद्वीप में गर्मियों में यह सिनेरियस गिद्ध पक्षी बलूचिस्तान, गिलगिट, पंजाब, असम और हिमालय के कुछ हिस्सों में 1800 से 5600 मीटर की ऊंचाई पर पाया जाता है। यह दक्षिणी यूरोप से पूर्वी चीन तक प्रजनन काल के समय पाया जाता है। जैसलमेर में ये देगराय ओरण और लाठी के इलाके में प्रवास में आए हुए हैं। काले रंग के इस गिद्ध की औसत लंबाई 110 सेमी होती है और खुले हुए डैनो समेत इसका फैलाव लगभग 9 फीट होता है। इसका सिर आम गिद्ध से बड़ा होता है और सिर के केवल पिछले हिस्से पर काले छोटे पंख होते हैं। हल्के गुलाबी रंग की गर्दन पर पंख नहीं होते। गर्दन के निचले छोर पर काले रंग के पंखों का वृत्ताकार गुच्छा होता है।

Author: JITESH PRAJAPAT

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