बारां। जिले के शेरगढ़ अभयारण्य में वन्यजीवों को पेयजल की सुविधा देने के लिए वन विभाग ने नई पहल की है। विभाग ने सौर ऊर्जा से संचालित 6 ट्यूबवैल और वॉटर टैंक स्थापित किए हैं। इन टैंकों को वॉटर होल्स से जोड़ा गया है। प्रत्येक टैंक की क्षमता 18 से 22 हजार लीटर है। शेरगढ़ अभयारण्य के रेंजर जितेंद्र कुमार खटीक के अनुसार, अभयारण्य में कुल 39 तालाब हैं। इनमें से 6 तालाबों पर सोलर ट्यूबवैल पंप लगाए गए हैं। प्रत्येक पंप की स्थापना पर 5 से 7 लाख रुपए खर्च हुए हैं। शेष वॉटर होल्स में टैंकरों से नियमित रूप से पानी भरा जा रहा है। वन विभाग की योजना है कि अभयारण्य के हर दो किलोमीटर क्षेत्र में वन्यजीवों को पेयजल की सुविधा मिले। डीसीएफ अनुराग भटनागर ने बताया कि सोलर सिस्टम से जुड़े बोरवेल वन्यजीवों को पानी की कमी से बचाएंगे। वन विभाग वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए निरंतर निगरानी भी कर रहा है। आने वाले समय में विभाग अन्य वॉटर होल्स को भी सोलर ट्यूबवेल पंप और स्टोरेज टैंक से जोड़ने की योजना बना रहा है। इस व्यवस्था से पानी की बर्बादी नहीं होगी और वन्यजीवों को पानी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।

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Pankaj Garg
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