बांदीकुई। कृष्ण क्लब बसवा के तत्वावधान में चल रही रामलीला के12वें दिन शुक्रवार रात को अहिरावण वध की लीला हुई। रामलीला में विजय दशमी को नगरपालिका बसवा द्वारा 41 फीट के रावण के पुतले का रंग बिरंगी आतिशबाजी के साथ दहन होगा। ईसाक खान का माँ काली के आगे नृत्य देखने के लिये दर्शकों की भीड़ उमड़ी। रामलीला में मेघनाथ युद्ध विजय के लिये कुल देवी के मंदिर में यज्ञ करने जाता है। जिसको हनुमान जी एवं वानर सेना ने विध्वंस कर दिया। भयंकर संग्राम के बाद लक्ष्मण ने मेघनाथ का वध कर दिया। मेघनाथ की पत्नी सुलोचना अपने पति का सिर लेने रामादल में आती है और सुलोचना अपने पति के साथ सती हो जाती है। रावण का पुत्र अहिरावण राम लक्ष्मण का हरण कर पाताल लोक चला जाता है। पहरे पर मकरध्वज को नियुक्त करते है। हनुमानजी मकरध्वज को बांधकर अहिरावण का वध कर देते है। मकरध्वज को पाताल लोक का राजा बनाकर राम लक्ष्मण को वापस रामादल में हनुमान जी लेकर आते है।
रामलीला में राम का पुष्पेन्द्र सईवाल, लक्ष्मण का फूलचंद गुप्ता, सुग्रीव का जगदीश मीना, हनुमानजी का योगेश लखेरा, अंगद का मोहित साहू, रावण का लालाराम सैनी, मंदोदरी का मनीष जांगिड़, विभिषण का राहुल दर्जी, कांता देवी का रामावतार शर्मा, मेघनाथ का राजा सोडिया, सुलोचना का रामनारायण हलवाई, अहिरावण का नवीन शर्मा टिक्कीवाल, देवी का पुजारी का रामनारायण हलवाई, मकरध्वज का रामावतार शर्मा, काली माँ का अजय सैनी, शंकर का गुलशन योगी, नल का देवांश, नील का मोहित, जामवंत का भोला पंचोली, व्यास गद्दी पर वतन मिश्रा भूमिका निभा रहे है।