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December 2, 2024 12:45 pm


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लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई : ओपीडी पर्चियां पोर्टल पर अपलोड नहीं होने पर 9 बीसीएमएचओ व 32 डॉक्टरों को नोटिस जारी

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Pankaj Garg

सच्ची निष्पक्ष सटीक व निडर खबरों के लिए हमेशा प्रयासरत नमस्ते राजस्थान

बाड़मेर। जिला कलेक्टर टीना डाबी ने अत्यधिक तादाद में ओपीडी की पर्चियां निर्धारित समयावधि में ई-औषधि पोर्टल पर अपलोड नहीं होने को गंभीरता से लेते हुए बाड़मेर जिले के 9 ब्लॉक मुख्य चिकित्साधिकारियों एवं 32 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी एवं वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक के दौरान संबंधित अधिकारियों की ओर से अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के प्रकरण सामने आने के बाद यह कार्रवाई की गई। कलेक्टर डाबी ने बताया कि जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान कई सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों में अत्यधिक तादाद में आउट पेशेंट डिपार्टमेंट ओपीडी की पर्चियां समय पर ई-औषधि पोर्टल पर अपलोड नहीं होने का मामला सामने आया। जिला कलेक्टर ने बताया कि इसको गंभीरता से लेते हुए गडरारोड, रामसर, शिव, गुड़ामालानी, धनाऊ, बाड़मेर ग्रामीण, आडेल, चौहटन, बाड़मेर के ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए।

इसी तरह शहरी उप स्वास्थ्य केन्द्र, जूना किराडू मार्ग, ट्रक यूनियन एवं विष्णु कॉलोनी के चिकित्साधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आडेल, नोखड़ा, विशाला, भाडखा, चवा, कवास, बीजराड़, लीलसर, बाछड़ाऊ, बावड़ी कला, मीठड़ाऊ, तारातरा मठ, धनाऊ, बुहरान का तला, ईटादा, लोेहारवा, शोभाला जेतमाल, पनोरिया, गडरारोड, गुड़ामालानी, रामसर, सज्जन का पार, सेड़वा, ​भिंयाड़, शिव के प्रभारी एवं वरिष्ठ चिकित्साधिकारियों एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र गूंगा, मौखाब कला, उंडू के चिकित्सा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। जिला कलेक्टर ने बताया कि संबंधित चिकित्साधिकारियों को नोटिस प्राप्ति की तीन दिवस की अवधि में अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। ऐसा नहीं करने पर एक तरफा कार्रवाई प्रारंभ कर दी जाएगी। क्या है ई-औषधि पोर्टल : दवाइयों की उपलब्धता संबंधित जानकारी के लिए चिकित्सा विभाग की ओर से ई-औषधि पोर्टल बनाया गया था। इस पर मरीजों को लिखी गई एवं उपलब्ध कराई गई दवाइयों संबंधित विवरण दर्ज होता है। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में समीक्षा के दौरान पाया गया कि कई चिकित्सकों ने सैकड़ों की तादाद में ओपीडी की पर्चियों का ई-औषधि पोर्टल पर इन्द्राज ही नहीं करवाया। कई अस्पतालों में 50 फीसदी पर्चियों की जानकारी अपलोड नहीं हो पाई। इसकी वजह से दवाइयों की उपलब्धता के बारे में अधिकारिक जानकारी नहीं मिल पाती।

Author: JITESH PRAJAPAT

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