टोंक। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी ने सोमवार को मालपुरा के केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर में किसानों के साथ कबड्डी भी खेली। हालांकि वे किसी को आउट किए बगैर रेड देकर वापस बिना किसी नुकसान के लौट गए। इससे पहले उन्होंने अविकानगर में किसान दिवस के मौके पर आयोजित जैविक खेती और पशुपालन सेमिनार में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। इस दौरान उन्होंने मंच से मालपुरा केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर में गाय, भैंस की नस्ल सुधार के लिए अनुसंधान केंद्र और कृषि विज्ञान केंद्र स्थापित करने का आश्वासन दिया। साथ ही जैविक खेती अपनाने पर जोर दिया। कृषि राज्यमंत्री चौधरी ने प्रधानमंत्री द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की।
कृषि राज्यमंत्री चौधरी ने प्रधानमंत्री द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि देश की खुशहाली खेत खलिहानों से है और कृषि रीढ की हड्डी है तथा किसान आत्मा है, लेकिन आजादी के 77 साल बाद भी किसान संघर्ष कर रहा है यह चिंता का विषय है। उन्होंने खेती के नवाचारों को अपना कर अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने राजस्थान में ईआरसीपी के शिलान्यास से होने वाले फायदे बताए।
सेमिनार के विशिष्ठ अतिथि राज्य सरकार के जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों की आमदनी बढाने के लिए फसलों का समर्थन मूल्य बढाने का काम किया है। किसानों को जैविक खेती और पशुपालन के प्रति प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि उर्वरकों का उपयोग कम करने का समय आ गया है। जलदाय मंत्री ने इस अवसर पर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री से अविकानगर में कृषि विश्वविद्यालय खोलने और कृषि विज्ञान केंद्र सहित गाय भैंस नस्ल सुधार केंद्र स्थापित करने की मांग की। इससे पहले अतिथियों द्वारा चौधरी चरण सिंह के चित्र के समक्ष द्वीप प्रज्जवलित कर सेमिनार का शुभारंभ किया गया। अविकानगर संस्थान निदेशक डॉ. अरुण कुमार तोमर ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा 1990 में बंद किए गए भेड़ ऊन विभाग को वापस चालू करने और अविकानगर में केवीके की व कृषि विश्वविद्यालय स्थापित करने के अलावा गाय भैंस नस्ल सुधार केंद्र खोलने की आवश्यकता जताई। सेमिनार में करीब 800 किसानों ने भाग लिया इसमें बडी संख्या में महिला किसान भी थी।
सेमिनार के अवसर पर संस्थान द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री और प्रदेश के जलदाय मंत्री ने प्रदर्शनी का फीता काट कर शुभारंभ किया। संस्थान द्वारा इस अवसर पर बडी संख्या में प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. लीलाराम गुर्जर ने किया।
45 महिलाओं को सिलाई मशीन दी
नोडल अधिकारी अनुसूचित जाति डॉ. अजय कुमार ने बताया कि 45 एसी जाति के महिला व पुरुष किसानों को सिलाई मशीन किट, पशुपालन आवश्यक सामानों के साथ पशुओं के बाड़े का सामानों का भी वितरण किया गया। इसमें दौसाज डूंगरपुर समेत कई जिलों के किसान शामिल हुए।
45 महिलाओं को सिलाई मशीन दी
नोडल अधिकारी अनुसूचित जाति डॉ. अजय कुमार ने बताया कि 45 एसी जाति के महिला व पुरुष किसानों को सिलाई मशीन किट, पशुपालन आवश्यक सामानों के साथ पशुओं के बाड़े का सामानों का भी वितरण किया गया। इसमें दौसाज डूंगरपुर समेत कई जिलों के किसान शामिल हुए।