श्रीगंगानगर। जिले के भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर घुसपैठिए को बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) ने मार गिराया। मंगलवार की देर रात साढ़े बारह बजे पाकिस्तानी भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास कर रहा था। एसपी गौरव यादव ने बताया कि केसरीसिंहपुर इलाके के एक एक्स गांव के पास यह घटना हुई है। घुसपैठिया भारतीय सीमा में पिलर की तरफ आने का प्रयास कर रहा था। इसी दौरान बीएसएफ जवानों ने उसे सचेत किया। फिर भी वह नहीं माना। इसके बाद जवानों ने उसे ढेर कर दिया। उसके पास कुछ पाकिस्तानी मुद्रा, सिगरेट का पैकेट और कुछ अन्य सामान मिला है।सेना और पुलिस जानकारी जुटाने में लगी
बॉर्डर पर मारे गए घुसपैठिए के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। सेना और पुलिस के अफसरों के बीच लगातार बातचीत हो रही है। घुसपैठिए के पास से एक आईडी कार्ड मिला है, जिस पर उर्दू में कुछ लिखा है।
जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर है घटनास्थल
घटनास्थल श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर है। ग्रामीण इलाके में कोहरे के कारण सुबह पुलिस नहीं पहुंच पाई थी। घुसपैठिए ने कुर्ता और पायजामा पहना था। उसका चेहरा ढका हुआ था। बीएसएफ अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
घटनास्थल पर 12 घंटे बाद पहुंची पुलिस
केसरीसिंहपुर SHO जितेंद्र स्वामी ने बताया- पुलिस घटनास्थल पर बुधवार दोपहर करीब 12 बजे तक पहुंच पाई थी। घटनास्थल पर घुसपैठिए के पास क्या मिला है और वह किस उद्देश्य से इस तरफ आया था, इस बारे में किसी भी जानकारी का अभी खुलासा नहीं कर पाएंगे।
दस महीने पहले एक घुसपैठिया मारा गया था
श्रीगंगानगर में 10 महीने पहले भी एक घुसपैठिया मारा गया था। वह रात 1 बजे पाकिस्तान सीमा से तार फेंसिंग लांघकर भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहा था। सुरक्षा बलों को हलचल दिखी तो उन्होंने पहले घुसपैठिए को चेतावनी दी। नहीं रुका तो उसे मार गिराया था। यह घटना सुंदरपुरा BOP यानी बॉर्डर की निगरानी के लिए पोस्ट के बफर जोन में हुई थी। बफर जोन के पास ये पूरा इलाका खेती का है।
अगस्त में बाड़मेर में पकड़ाया था घुसपैठिया
इस साल अगस्त में बाड़मेर में भी एक घुसपैठिए को BSF ने पकड़ा था। बाड़मेर से लगती भारतीय सीमा में तारबंदी पार कर घुसपैठिया बॉर्डर से 15 किलोमीटर अंदर सेड़वा के झड़पा गांव तक पहुंच गया था। ग्रामीणों की सूचना पर बीएसएफ और पुलिस की टीम ने संयुक्त कार्रवाई की थी। घुसपैठिए का नाम जग्सी कोहली था। वह हाकली खारोड़ा, थारपारकर, पाकिस्तान का रहने वाला था। थार पारकर जाने के लिए लोगों से बस के बारे में पूछ रहा था।