उदयपुर। महिलाओं और बच्चों के समग्र विकास एवं कल्याण से जुड़ी चुनौतियों और उनके समाधान को लेकर चिन्तन शिविर का आगाज़ शुक्रवार को उदयपुर में हुआ। इस शिविर में देश के कई राज्यों के महिला एवं बाल विकास विभाग के मंत्री शामिल हुए है।
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए भावी भारत की तस्वीर में रंग भरने के लिए हमारा विभाग काम कर रहा है। बाल संरक्षण के लिए 2009 में बजट 60 करोड़ था वो अभी 1500 करोड़ रुपए है।
मोदी सरकार का संकल्प है कि बाल संरक्षण के कार्यों को लेकर कोई कमी नहीं आने देंगे। पोषण के साथ साथ पढ़ाई भी आंगनवाड़ी केंद्रों पर कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सुपोषित ग्राम पंचायत का शुभारंभ किया जिसका फायदा भी गांव-गांव को मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि मंत्रालय नीतियों को आगे बढ़ाता है लेकिन इनका क्रियान्वयन राज्य सरकारें करती है, ऐसे में आपके नवाचार, अनुभव को जानने के लिए इस शिविर का आयोजन किया है ताकि जो भी सुझाव और नवाचार आएगा उस पर हम चिंतन कर आगे बढ़ाएंगे।
इससे पहले उदयपुर की होटल रेडिसन ब्लू पैलेस में आयोजित चिन्तन शिविर में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी, उड़ीसा की उप मुख्यमंत्री प्रवति परिदा, राजस्थान की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. मंजू बाघमार, भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव अनिल मलिक शामिल हुए।
उदघाटन सत्र में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर ने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्र अब बच्चों की शिक्षा तक सीमित नहीं है ये पोषण के लिए भी काम कर रहे है। मोदी सरकार की प्राथमिकता में गरीब, युवा और किसान है।
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय तथा राजस्थान सरकार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित का महिला एवं बाल विकास मंत्री ने उद्घाटन किया। इससे पहले मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों का यहां स्वागत किया गया।
इससे पहले सीएम का पहुंचने पर उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी, जनजाति मंत्री बाबूलाल खराड़ी, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री डॉ मंजू बाघमार, महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव महेंद्र सोनी, संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, आईजी राजेश मीणा, जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल आदि ने स्वागत किया।
सर्वोत्तम नवाचार पर रखेंगे अपनी बात
शिविर के दौरान महिलाओं और बच्चों के सामने आने वाली समस्याओं के समाधान के उद्देश्य से की गई सफल पहलों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की ओर से सर्वोत्तम नवाचार एवं अभ्यासों का प्रस्तुतीकरण दिया जाएगा। साथ ही लाभार्थियों को बेहतर तरीके से सेवाएं प्रदान करने के लिए इन प्रथाओं को और अधिक जिलों में कैसे बढ़ाया जाए, इस पर चर्चा की जाएगी।