बाड़मेर। केयर्न एनर्जी से रिटायर इंजीनियर संजय रामावत से फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर आरोपी ने 4 लाख रुपए का फ्रॉड किया। इस संबंध में पीड़ित ने मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस ने फ्रॉड करने वाले आरोपी के सभी खातों को बंद कर तकनीकी सहायता से उसे गिरफ्तार किया।
रामावत ने बताया कि उन्हें 29 जुलाई 2024 की शाम 4.30 बजे कॉल आया। जिसमें बात करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम अजय सिंघानिया बताया। साथ ही बताया कि मेरे द्वारा एक पार्सल ईरान में अरमान अली के नाम से भेजा है। जिसे मुंबई कस्टम ने पकड़ लिया है। उसमें चार ईरान के एक्सपायर्ड पासपोर्ट, एक लैपटॉप, तीन किलो कपड़ा और 450 ग्राम एमडी एम पदार्थ बरामद हुआ है।
पार्सल के लिए 93,410 रुपए पेमेंट भी किया है। साथ ही अंधेरी पुलिस से लाइन पर लेकर स्काई पे पर विक्रमसिंह नामक व्यक्ति से बात करवाई। उसने मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया तथा सभी बैंक खातों के बारे में जानकारी दी। अगले दिन 8 बजे मैसेज कर 9.45 बजे डीसीपी नैनाराम से अपॉइंटमेंट करवाया। डीसीपी ने स्काई पे एप पर कॉल किया और फोन पे का कोड भेजा और उसमें 98 हजार 897 रुपए डलवाए। इसके साथ ही सुरक्षा दिलवाने के लिए आरटीजीएस के माध्यम से सुतराम स्पोर्ट सिस्टम के करंट खाते में 3 लाख 5 हजार रुपए ट्रांसफर करवाए। इस संबंध में जब लोगों से चर्चा की तो धोखाधड़ी की बात सामने आई। मुकदमा दर्ज करवाया।
पुलिस ने संदिग्ध खाते खंगाल कर पकड़ा आरोपी
संजय रामावत ने दर्ज करवाए गए साइबर फ्रॉड के मुकदमे के बाद साइबर टीम ने संदिग्ध बैंक खातों का रिकार्ड प्राप्त किया। वहीं संदिग्ध खाताधारकों के बारे में सूचना और तकनीकी सहायता से आरोपी नैनाराम विश्नोई निवासी जालूवाला को गिरफ्तार किया।
367 लोगों के साथ किया फ्रॉड, 226 वें थे रामावत
नैनाराम विश्नोई ने एयरपोर्ट पर पार्सल में एमडी, पासपोर्ट आदि बताकर कई लोगों के साथ फ्रॉड किया। उसने कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया। विश्नोई के बताए खातों की जब डिटेल निकाली गई तो उसने 30 जुलाई 2024 को कुल 367 लोगों के साथ धोखा कर रुपए अपने खाते में डलवाए थे। जिसमें से संजय रामावत 226 वें स्थान पर थे।