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February 4, 2025 5:21 pm


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परिवहन निरीक्षकों की हड़ताल से 10 करोड़ राजस्व का नुकसान : आरटीओ ऑफिस के काम प्रभावित, लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में होगी परेशानी

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Pankaj Garg

सच्ची निष्पक्ष सटीक व निडर खबरों के लिए हमेशा प्रयासरत नमस्ते राजस्थान

धौलपुर। धौलपुर एसपी सुमित मेहरड़ा और मोटर व्हीकल इंस्पेक्टरों (परिवहन निरीक्षक) के झगड़े का खामियाजा अब प्रदेश सरकार को उठाना पड़ रहा है। एसपी की ओर से 2 परिवहन निरीक्षकों से की गई अभद्रता के बाद पूरे प्रदेश के सभी 171 उड़नदस्ते अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिससे प्रदेश सरकार को प्रतिदिन 10 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। जिससे राज्य सरकार को भारी राजस्व के नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।

मोटर व्हीकल इंस्पेक्टरों की हड़ताल की वजह से मंगलवार को हाईवे पर वाहनों की जांच, ड्राइविंग लाइसेंस, चालान और वाहन पंजीयन सहित अन्य काम प्रभावित हो रहे हैं। हड़ताल की वजह से लाइसेंस बनाने के लिए इंस्पेक्टरों के साइन नहीं हो पाएंगे। जिससे प्रोसेस पूरा नहीं हो पाएगा। इससे पहले सोमवार को परिवहन निरीक्षक संघ के पदाधिकारियों ने अतिरिक्त आयुक्त रेनू खंडेलवाल और ओपी बुनकर से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की। सोमवार को परिवहन निरीक्षकों ने प्रदेश में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन भी किया। इसके बाद सोमवार आधी रात से प्रदेशभर में निरीक्षक संघ ने हड़ताल शुरू कर दी है। प्रदेश के सभी 171 उड़नदस्तों के निरीक्षकों ने अपने वाहन ऑफिस में जमा करा दिए हैं। निरीक्षक संघ दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।

संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेश चौधरी ने बताया कि 2 फरवरी को हाईवे पर वाहनों की जांच कर रहे दो परिवहन निरीक्षक को अवैध तरीके से थाने में बैठाकर वर्दी में निरीक्षकों के साथ पुलिस की ओर से दुर्व्यवहार किया गया। परिवहन विभाग प्रतिवर्ष सरकार को 8000 करोड़ रुपए का राजस्व देता है। पिछले वित्तीय वर्ष में 7 हजार करोड़ रुपए का राजस्व दिया गया था। परिवहन निरीक्षक संघ की हड़ताल से सरकार को प्रतिदिन 10 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है।

10 महीने में रिकॉर्ड राजस्व को किया पूरा

जिला परिवहन अधिकारी गौरव यादव ने बताया कि धौलपुर परिवहन विभाग की टीम ने 10 महीने के राजस्व 76.91 करोड़ के मुकाबले 78 करोड़ का राजस्व बसूल कर लिया है, जबकि उन्हें फरवरी और मार्च में 75 करोड़ का राजस्व वसूलना है। उन्होंने बताया कि पुलिस की कार्रवाई की वजह से परिवहन निरीक्षक हड़ताल पर हैं। ऐसे में राजस्व वसूलने के लिए सिर्फ 54 दिन बचे हैं। जिसमें 75 करोड़ का राजस्व वसूला जाना है।

आज रिपोर्ट देगी जांच टीम

पुलिस और परिवहन विभाग के मामले में जांच करने धौलपुर पहुंची टीम आज अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। डीजीपी के निर्देश पर मामले की जांच करने के लिए एडिशनल एसपी हरिराम कुमावत धौलपुर दौरे पर हैं। उन्होंने पिछले दो दिनों में परिवहन विभाग और पुलिस अधिकारियों के बयान लिए हैं। जिस मामले में सोमवार को भरतपुर रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने भी धौलपुर का दौरा किया था।

क्या था मामला ?

बरैठा चेक पोस्ट पर परिवहन निरीक्षक अनिल कुमार प्रसाद और शैलेंद्र वर्मा शनिवार रात को उत्तर प्रदेश की ओर से आ रहे ओवरलोड वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। रात 2 बजे सफेद रंग की बोलेरो उनके पास आकर रुकी। जिसमें से बाहर निकले एसपी सुमित मेहरड़ा ने दोनों परिवहन निरीक्षक से अभद्रता करते हुए उन्हें पुलिस की गाड़ी में बैठा लिया। जिसके बाद दोनों परिवहन निरीक्षक को मनियां थाने में बंद करने का आदेश देते हुए एसपी निकल गए।

घटना की जानकारी मिलने के बाद जिला परिवहन अधिकारी गौरव यादव ने ट्रांसपोर्ट कमिश्नर शुचि त्यागी और भरतपुर रेंज आईजी राहुल प्रकाश को मामले की सूचना दी। जिस पर उच्च अधिकारियों के निर्देश के बाद सुबह साढ़े 7 बजे दोनों परिवहन निरीक्षक को छोड़ा गया। साढ़े 5 घंटे तक दोनों परिवहन निरीक्षकों को बेवजह थाने में बैठाया रखा गया। जिसको लेकर पुलिस और परिवहन विभाग में ठनी हुई है।

अवैध बजरी के खिलाफ कार्रवाई करने गए थे एसपी

एसपी सुमित मेहरड़ा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट से प्रतिबंधित चंबल बजरी से भरे ट्रकों को पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर गए थे, जहां से लौटते समय उन्हें बरैठा चेक पोस्ट पर वाहनों का जाम मिला। जैसे ही एसपी गाड़ी से उतरे तो सड़क पर वर्दी में खड़े तीन लोग एसपी को देखकर भाग गए। इसके बाद एसपी मौके से दोनों परिवहन निरीक्षकों को अपने साथ लेकर गए, जहां थाने पर परिवहन विभाग का कैश और रिकॉर्ड मिलने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।

Author: JITESH PRAJAPAT

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