भीलवाडा। महिला सषक्तिकरण बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के अन्तर्गत राजस्थान मरू उड़ान कार्यक्रम, जिला स्तरीय पर्यावरण संरक्षण, जल प्रबंधन एवं स्वच्छता व कचरा निस्तारण कार्यशाला का आयोजन महिला अधिकारिता विभाग व राजीविका के संयुक्त तत्वाधान में नगर निगम के सेमिनार हॉल में आयोजित किया गया। कार्यशाला में एफईएस से अल्का ने बताया गया कि पीपीटी के माध्यम से पानी बचाने के लिए कई रणनितियां है, वर्षा जल संचयन, गृहवाटर सिस्टम का उपयोग करना और अपशिष्ट जल का पुनःचक्ररण करना। पर्यावरण को सुरक्षित करने के लिए जल स्रोतो की सुरक्षा करें, जल प्रदूषण को रोकें व पेड़ लगाये। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के लिए जल संरक्षण बहुत जरूरी है। पेड़ पौधे लगाये ताकि लोगो को स्वच्छ पर्यावरण मिल सकें। जल संरक्षण को महत्वपूर्ण बताते हुये पारिस्तिथिक तंत्र का संतुलन बनाये रखना व जैव विविधता को संरक्षित रखना व जलवायु परिवर्तन पर जानकारी दी।
महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक नगेन्द्र तोलम्बिया ने महिलाओं को जल एवं पर्यावरण के बचाव कैसे कर सकते है के आसान तरीके बताते हुये कचरा निस्तारण के बारे में जानकारी दी एवं विभागीय योजनाओं की जानकारी भी प्रदान की। राजीविका से रामप्रसाद शर्मा ने महिलाओं को समाज की महत्वपूर्ण कड़ी बताते हुये महिला सशक्तिकरण व पर्यावरण पर महिलाओं की भूमिका पर जानकारी प्रदान की गई। पन्नाधाय सुरक्षा एवं सम्मान केन्द्र केन्द्र प्रबंधक गंगा दाधीच ने सखी वन स्टॉप सेन्टर महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला में विजेता कवर, सुमन खोईवाल, सुनीता शर्मा, मनीषा शर्मा व मुकेश महोलिया ने अपने विचार रखे। वरिष्ठ लिपिक सत्यनारायण भाम्भी ने सभी सहयोगियों का आभार प्रकट कर कार्यशाला का समापन किया। इस कार्यशाला में कुल 150 महिलायें उपस्थित है।