राजसमंद। राजसमंद झील से सिंचाई को लेकर भावा गांव में बाई नहर जल उपभोक्ता किसान समिति के सदस्यों की बैठक हुई। इस बैठक में समिति के माइनर नम्बर 1 से 6 व पीपली डिस्ट्रीब्यूटर के किसान प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में सर्वसम्मति से कौर पाण के लिए 18 दिसम्बर से 26 दिन के सलूस खुलवाने का निर्णय लिया गया, जिससे करीब 6 हेक्टेयर कृषि भूमि पर सिंचाई हो सकेंगी।
नहरों व धोरों की सफाई करेंगे किसान
बैठक में निर्णय लिया गया कि नहर में पानी छोड़ने से पहले किसान माइनर नहरों व धोरों की साफ सफाई करेंगे। माइनर नहर में पानी की किसानों द्वारा बराबर निगरानी की जाएंगी, जिससे कि पानी व्यर्थ नहीं बहे।
इसके अलावा पानी को व्यर्थ बहाने वालों की किसान सूचना देंगे। वही रात्रि के समय शराब पीकर अव्यवस्था फैलाने वाले व महिलाओं द्वारा पानी रोकने पर कार्यवाही की जाएंगी। बैठक में बाघपुरा से मेन केनाल में गंदगी डालने वालों के खिलाफ भी कार्यवाही कराने सहित कई निर्णय लिए गए।
बैठक में रखी समस्याएं
किसानों ने सिंचाई के दौरान आने वाली समस्याओं को भी बैठक में रखा। जिसमें सामने आया कि रात्रि के समय किसान अपनी सुविधा के हिसाब से धोरों को बंद कर देता है, पानी को आगे की ओर बहने देता है। सुबह होते ही वो किसान पुनः अपने खेत में धोरे खोल देता है इससे दूसरों किसानों को परेशानी होती है। ऐसा करने वाले किसान को धोरा नहीं खोलने दिया जाएं। और यदि खोले तो जुर्माना लगाया जाएं।
बायी नहर से कांकरोली, आसोटिया, कोयड़, तरसिंगड़ा, बाघपुरा, प्रतापपुर, पाण्डुलाइ्र, भावा, सोनियाणा, मोही, पीपली आचार्यन, केसरपुरा, अमर तलाई, केषव नगर, प्रेमपुरा, घाटी, डूखमेड़ा, महासतियों की मादडी गांवों के किसानों को सिंचाई का पानी मिलता है जिससे करीब 6 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में सिंचाई होती हैं।
बैठक में भेरूलाल गुर्जर, मूलचंद तेली, भेरूलाल तेली, उदयराम गुर्जर, भवरलाल गुर्जर, देवीलाल गुर्जर, भगवान लाल कुमावत, नाथूलाल कुमावत, मोहन लाल कुमावत, किशन लाल कुमावत, मदनलाल सालवी, शिवदत सिंह, सुरेश गाडरी, गोपाल आचार्य, लालूराम, राजूलाल, नंदलाल, रामलाल तेली सहित किसान मौजूद रहे।