बीकानेर। जिले में एक बार फिर आसमान से अंगारे बरस रहे हैं। एक दिन हल्की रिमझिम बारिश के बाद गिरा तापमान चौबीस घंटे में ही अपना रोद्र रूप फिर से दिखाने लगा है। बीकानेर शहर में गुरुवार को तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है। जिसके आगामी दिनों में और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। गुरुवार दोपहर बीकानेर में बुधवार जैसा मौसम नहीं था। बुधवार शाम होते-होते बादलों ने पूरे शहर को धूप से राहत दिला दी थी लेकिन गुरुवार को ऐसा नहीं हुआ। तपती धूप में फिर से लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया। तापमान में हो ही बढ़ोतरी का ये सिलसिला जारी रहा तो आने वाले दिनों में बीकानेर में पारा फिर से 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है।
बीकानेर में एक बार फिर हीट वेव चलने की आशंका खुद मौसम विभाग ने जताई है। बीकानेर के निवासियों को मौसम विभाग ने बाकायदा एसएमएस करके अलर्ट दिया है कि गर्मी में बढ़ गई है। लू चलने की आशंका है। बीकानेर के अलावा भी कई जिलों में ऐसे ही अलर्ट एसएमएस के माध्यम से दिए गए हैं। जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने लू और तापघात के मद्देनजर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान जिला कलेक्टर ने कहा कि मनरेगा कार्य स्थलों पर छाया, पानी और दवाइयां की पर्याप्त व्यवस्था रहे। ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं के लिए पानी की खेलियां भरवाने तथा पक्षियों के लिए परिंडे लगाने का अभियान चलाने को कहा। जिला कलेक्टर ने कहा कि पशुपालन विभाग के अधिकारी सभी गौशालाओं का निरीक्षण करें तथा यह सुनिश्चित करें कि गौशालाओं में पेयजल छाया और चारे की कोई कमी नहीं हो। उन्होंने मोबाइल वेटरनरी वेन के टोल फ्री नंबर 1962 को प्रचारित करने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने कहा कि जिले में बर्फ बनाने वाली फैक्टियों की सघन चेकिंग करते हुए बर्फ बनाने में काम लिए जाने वाले पानी के नमूने लेने के निर्देश दिए। वही कहा कि कैंपर से सप्लाई होने वाले पानी की गुणवत्ता की जांच भी की जाए। रोडवेज बस स्टैंड पर छाया पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। निजी और रोडवेज की बसों में फर्स्ट एड किट और ओआरएस घोल उपलब्ध करवाने के लिए निर्देशित किया। जिला कलेक्टर ने कहा कि नगर निगम को आवश्यकता अनुसार सड़कों पर पानी का छिड़काव करना होगा। साथ ही निगम और बीडीए द्वारा संधारित उद्यानों की मॉनिटरिंग भी की जाए।